भागलपुर में कोसी नदी कहर बरपा रही है. कोसी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
भागलपुर में कोसी नदी कहर बरपा रही है. कोसी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. आलम यह है कि लोग अब खुद से अपना आशियाना उजाड़ने लगे है.
नवगछिया अनुमंडल के खरीक प्रखंड अंतर्गत मैरचा गांव की तरफ कोसी की धारा मुड़ गयी है, जिससे कटाव तेज हो गया. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने कटाव रोधी कार्य शुरू कराया है.
ऐसे में कोसी किनारे बसे घरों को घरवाले अब तोड़ने लगे है और ईंट बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं. मैरचा के किशोर कुमार ने मजदूरी करके घर बनाया था घर के लिये प्रधानमंत्री आवास योजना के तरफ से भी राशि मुहैया कराई गई थी. इसके बाद खुद भी पांच लाख इकट्ठा कर 2017 में घर बनाया था. अब घर तोड़ने लगे हैं डर है कि अगर कोसी में घर समाया तो ईंट भी नहीं बचा पाएंगे.
मैरचा में पिछले वर्ष भी कोसी ने कहर बरपाया था. जिसको देखते हुए दर्जनों लोगों ने खुद से अपना घर तोड़ ईंट बचाई थी. कई घर अभी भी कोसी के मुहाने पर हैं.
अगर कोसी नदी में करंट तेज हुआ तो बोरियों को बचा पाना भी मुश्किल होगा. वहीं ग्रामीण सरकार से मदद की आस में हैं ताकि सरकार उन्हें कहीं जमीन देकर शरण दे दें.
गांव से कई परिवार पलायन कर रिंग बांध पर जाकर शरण ले लिए है. हम आपको बता दें कि कोसी हर वर्ष विकराल रूप धारण करती है. कोसी के तेज करंट से पक्के मकान समा जाते है.
बीते वर्ष मैरचा, कहारपुर व जहांगीरपुर बैसी में दर्जनों पक्के मकान ताश के पत्तों की मानिंद बिखर कर कोसी के आगोश में समा गए थे. कोसी के रौद्र रूप को देख कटाव रोधी कार्य से भी बचने की उम्मीद नहीं है.
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