US Attack: अमेरिका ने जॉर्डन में मारे गए अपने सैनिकों का बदला ले लिया है. उसने ईरान और सीरिया पर दर्जनों हमले किए हैं. दावा है कि इन हमलों में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स को काफी नुक्सान हुआ है.
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US Attack: संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना ने सीरिया और इराक में 85 हवाई हमले किए हैं. यह हमले उस हमले के जवाब में थे, जिसमें जॉर्डन में अमेरिकी अड्डे पर 3 सैनिक मारे गए थे. ताजा हमलों में 18 ईरानी समर्थक लड़ाके मारे गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) का जिक्र करते हुए शुक्रवार को एक बयान में कहा, "मेरे निर्देश पर, अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक और सीरिया में उन ठिकानों पर हमला किया, जिनका इस्तेमाल IRGC और संबद्ध मिलिशिया अमेरिकी बलों पर हमला करने के लिए करते हैं."
बम से किया हमला
अमेरिका ने कहा कि हमारा रिएक्शन आज से शुरू हुआ. यह आगे भी जारी रहेगा. यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) ने कहा कि उसके सैन्य बलों ने "संयुक्त राज्य अमेरिका से उड़ाए गए लंबी दूरी के बमवर्षक विमानों सहित कई विमानों के साथ" दोनों देशों में 85 से ज्यादा जगहों पर हमले किए. एक बयान में कहा गया, "हवाई हमलों में 125 से ज्यादा सटीक जंग सामग्री का इस्तेमाल किया गया."
इन जगहों को बनाया निशाना
CENTCOM ने कहा कि जिन जगहों पर हमला किया गया उनमें कमांड और नियंत्रण संचालन केंद्र, खुफिया केंद्र, हथियार भंडारण स्थल और मिलिशिया या IRGC की कुद्स फोर्स से जुड़ी जगहें शामिल हैं. हथियार रखने वाली जगहों को भी निशाना बनाया गया है.
रविवार को हुआ हमला
आपको बता दें कि पिछले रविवार को जॉर्डन-सीरिया सीमा के पास टॉवर 22 नामक सैन्य अड्डे पर ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए और लगभग 40 अन्य घायल हो गए थे. ईरान से जुड़े समूहों के गठबंधन, इस्लामिक रेसिस्टेंस इन इराक ने ड्रोन हमले की जिम्मेदारी ली थी. ईरान ने हमले का निर्देश देने से इनकार करते हुए कहा है कि समूह अपनी मर्जी से कार्रवाई करते हैं.
सीरिया में लोगों की मौत
शुक्रवार को, सीरियाई राज्य मीडिया ने कहा कि सीरिया के रेगिस्तानी इलाकों और सीरियाई और इराकी सीमा पर कई साइटों पर "अमेरिकी आक्रमण" के नतीजे में कई लोगों की मौत हुई है और घायल हुए.