इस्लामिक देशों में सबसे ज्यादा ताकतवर है ये देश, सऊदी और दुबई भी हैं बहुत पीछे
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इस्लामिक देशों में सबसे ज्यादा ताकतवर है ये देश, सऊदी और दुबई भी हैं बहुत पीछे

Muslim Country: एक रिपोर्ट के मुताबिक इस्लामिक देशों में सबसे ज्यादा ताकतवर देश सऊदी अरब या दुबई नहीं बल्कि तुर्की है. तुर्की हाल ही में कई मामलों पर अपनी राय भी रख चुका है.

इस्लामिक देशों में सबसे ज्यादा ताकतवर है ये देश, सऊदी और दुबई भी हैं बहुत पीछे

Muslim Country: कई लोगों को लगता है कि सबसे ज्यादा ताकतवर मुस्लिम देश सऊदी अरब है. लेकिन हाल ही में एक रिपोर्ट में चैंकाने वाला खुलासा हुआ है. इस रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में सबसे ज्यादा ताकतवर मुस्लिम देश सऊदी अरब या दुबई नहीं बल्कि तुर्की है. डिफेंस स्टेटिक्स वेबसाइट ग्लोबल फायर पावर ने यह लिस्ट जारी की है. ग्लोबल फायर पावर मिलिट्री स्ट्रैंथ इंडेक्स 2023 के मुताबिक मध्य पूर्व और अफ्रीका में तु्र्की सबसे ज्यादा तकतवर देश है. 

सबसे ज्यादा ताकतवर देश है तुर्की

इस लिस्ट में दूसरे मकाम पर मिस्श्र और तीसरे नंबर पर ईरन हैं. इस लिस्ट में सऊदी अरब पांचवे तो यूएई 8वें मकाम पर है. तुर्की मुस्लिम देशों में सबसे ज्यादा ताकतवर तो है ही साथ ही वह दुनियाभर में सबसे ज्यादा ताकतवर देशों में 11वें मकाम पर है. पहले ये 13 मकाम पर था. 

इन पैमानों पर हुई लिस्टिंग

ग्लोबल फायर पावर ने इस लिस्ट में दुनियाभर के 145 देशों को शामिल किया है. इसमें अलग-अलग देशों को 8 फैक्टर के मुताबिक जांचा गया है. इसमें सेना, राष्ट्रीय संसाधन, आर्थिक हालत, लॉजिस्टिक और भौगोलिक स्थिति शामिल की गई है.

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ईरान के पास है बड़ी सेना

लिस्ट के मुताबिक ईरान के पास मध्य पूर्व में तीसरी सबसे ताकतवर सेना है. दुनियाभर की रैंकिंग में ईरान को 17वां मकाम दिया गया है. इजराइल इसके बाद आता है. मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के इलाके में इराक सातवीं सबसे शक्तिशाली सेना है. 

कई मुद्दों पर अपनी रखता है तुर्की

ख्याल रहे कि तुर्की मुस्लिम मामलों में खुल कर अपनी बात रखता है. पिछले साल दिसंबर में तालिबान की तरफ से अफगानिस्तान में लड़कियों की तालीम पर पाबंदी लगाने के मामले में तुर्की ने अपनी बात रखी है. उसने लड़कियों की तालीम पर पांबदी को गैर इस्लामिक बताया था. इसी तरह भारत में कश्मीर मुद्दे पर भी तुर्की अपनी बात रख चुका है. उसने ये मुद्दा संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी उठाया है. तुर्की ने कहा है कि “भारत और पाकिस्तान 75 साल पहले आजाद हुए और संप्रभु बने, इसके बावजूद अभी तक (दोनों देश) एक दूसरे के बीच शांति और एकजुटता स्थापित नहीं कर पाए हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. हमें उम्मीद है और हम प्रार्थना करते हैं कि कश्मीर में स्थायी तौर पर शांति और समृद्धि स्थापित होगी.”

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