ईरान में आत्मघाती हमले में मरने वालों की तादाद हुई 91; 11 लोगों की गिरफ्तारी
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ईरान में आत्मघाती हमले में मरने वालों की तादाद हुई 91; 11 लोगों की गिरफ्तारी

Suicide Blasts Death Toll: ईरान में आत्मघाती हमले में मरने वालों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है. बुधवार को ईरान में हुए खुदकश बम धमाके में मरने वालों की तादाद बढ़कर कम से कम 91 हो गई है. 

 

ईरान में आत्मघाती हमले में मरने वालों की तादाद हुई 91; 11 लोगों की गिरफ्तारी

Iran Suicide Blasts Update: ईरान में आत्मघाती हमले में मरने वालों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है. बुधवार को ईरान में हुए खुदकश बम धमाके में मरने वालों की तादाद बढ़कर कम से कम 91 हो गई है. इस धमाके की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ग्रुप ने ली थी. यह जानकारी ईरान के सरकारी टेलीविजन ने शनिवार को साझा की.  टेलीविजन ने देश की इमरजेंसी सर्विस के प्रवक्ता बाबाक येक्तापरस्त के हवाले से कहा कि हमले में जख्मी हुए आठ साल के लड़के और 67 साल के एक शख्स की मृत्यु हो गई है. येक्तापरस्त ने कहा कि अभी भी 102 लोगों का अस्पतालों में इलाज जारी है, जिनमें से 11 की हालत नाजुक है.

3 जनवरी को हुए हमले में, एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम धमाके में उड़ा लिया था, इसके 20 मिनट बाद एक अन्य ने हमला किया जब आपातकालीन कर्मचारी और दूसरे लोग जख्मियों की मदद करने की कोशिश कर रहे थे. हमला राजधानी तेहरान से तकरीबन 820 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में करमान में हुआ. इसमें गार्ड जनरल कासिम सुलेमानी की याद में आयोजित एक प्रोग्राम को निशाना बनाया गया, जो 2020 में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे. उस वक्त वह कुद्स फोर्स की अगुवाई कर रहे थे. खुफिया मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि दो आत्मघाती हमलावरों में से एक ताजिक नागरिक था. अब तक हमले से जुड़े कम से कम 11 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी और उनकी सरकार के सदस्यों ने सुझाव दिया कि उनका मानना ​​है कि हमले में संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल शामिल थे. सीएनएन के अनुसार, रायसी ने कहा, "मैं ज़ायोनी शासन को चेतावनी देता हूं: इसमें संदेह न करें कि आपको इस अपराध और आपके जरिए किए गए अपराधों के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी." ईरानी राष्ट्रपति के राजनीतिक उपाध्यक्ष मोहम्मद जमशीदी ने एक्स पर लिखा, "वाशिंगटन का कहना है कि ईरान के करमान में आतंकवादी हमले में संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल का कोई लेना-देना नहीं थी. हकीकत में? लोमड़ी सबसे पहले अपनी मांद को सूंघती है." हालांकि इस हमले को लेकर एक्सपर्ट सरकार से असहमत थे. उनका कहना था कि इजराइल इस पैटर्न के साथ हमले नहीं करता है. 

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