हार्ट अटैक, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर के अलावा एक और बीमारी है, जो भारत में लोगों में सबसे ज्यादा हाई कोलेस्ट्रॉल देखने को मिलती है.
जांच करने पर ज्यादातर लोगों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ी हुई पाई जाती है, जो किसी भी उम्र में हार्ट अटैक और चलते-फिरते कार्डियक अरेस्ट का सबसे बड़ा कारण है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर में ये कोलेस्ट्रॉल लेवल क्यों बढ़ रहा है?
कौन सी चीजें शरीर में इस मोम जैसे खराब पदार्थ को बढ़ाने में मदद कर रही हैं? कोलेस्ट्रॉल को कैसे कंट्रोल किया जा सकता है, ताकि लोगों को हार्ट अटैक से बचाया जा सके. आइए जानते हैं इन सवालों का जवाब...
डॉक्टर साकेत शर्मा का कहना है कि कोलेस्ट्रॉल उन खाद्य पदार्थों में ज़्यादा होता है, जो हमें जानवरों से मिलते हैं. जैसे दूध या दूध से बने उत्पाद, मांस आदि.
हालांकि, कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने का एक बड़ी वजह यह भी है कि हमारा खानपान रिफाइंड होता जा रहा है. 200 साल पहले हमारे पास चीनी नहीं थी, लेकिन अब रिफाइंड चीनी आ रही है और हमारे घरों में इस्तेमाल हो रही है.
इसके अलावा हम बहुत ज़्यादा रिफाइंड आटा भी खा रहे हैं. इसमें रिफाइंड आटा और उससे बने उत्पाद हमारी दिनचर्या में बढ़ गए हैं, चाहे वो ब्रेड, पिज़्ज़ा, पास्ता, बिस्किट, जंक और फ़ास्ट फ़ूड, नूडल्स या किसी और रूप में हो.
इसके अलावा जो ज्यादा फलों का सेवन करते हैं, उनके शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. क्योंकि ज्यादा फल के सेवन से फैक्ट्रोज बढ़ने लगता है.
साकेत शर्मा का कहना है कि हमारे पास इसे सुधारने का विकल्प है, जो हमें करना चाहिए. हमें अपनी जिंदगी को फिर से व्यवस्थित करना चाहिए, सादा खाना खाना चाहिए.
पैकेज्ड फूड से परहेज करें. मैदा और तेल से बनी चीजें जितना हो सके कम खाएं. महीने में एक बार से ज्यादा जंक फूड न खाएं.
किचन में रिफाइंड चीजों की मात्रा कम करें. इसके साथ ही फिजिकल एक्टिविटी पर भी ध्यान दें. रोजाना एक्सरसाइज करें. हो सके तो रोजाना 2 से 5 किलोमीटर पैदल चलें.
यहां, दी गई जानकारी डॉक्टर साकेत शर्मा से बातचीत पर आधारित है.