Public Reaction on Teacher's Day: टीचर! ये शब्द मुंह पर आते ही हम सबके मन में कई चेहरे सामने आ जाते है. आज हम जो कुछ भी हैं, उसके पीछे हमारे टीचर का हाथ हैं. लेकिन जब बात बचपन की हो तो टीचर को याद कर, मन में एक और चीज याद आ जाती है, उनकी डांट और उनकी पिटाई. आज स्कूल कॉलेज से इतने दूर होने के बाद भी वो यादें ऐसी मन में बसी है जैसे कल की बात हो. बस यही यादों को फिर से ताजा करने के लिए हम अपने कलीग्स के पास उनसे उनके बचपन के शिक्षकों की स्पेशल बातें जानने के लिए आए हैं.
Thank you
By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts.