Wrestlers Protest: रेसलर्स फिर से प्रोटेस्ट कर सकते हैं. बजरंग पुनिया ने सरकार से कहा है कि वह उन्हें सड़कों पर निकलने पर मजबूर न करे. इसके साथ ही उन्होंने कई संगठनों से मदद लेने की भी बात की है.
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Wrestlers Protest: भारत के सीनियर पहलवान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने विरोध प्रदर्शन करने की धमकी दी है. वह भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह की उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर नियुक्ति के जवाब में यह प्रदर्शन करने वाले है.
बता दें, युनाएडेट वर्ल्ड रेसलिंग ने भारत पर अस्थायी निलंबन हटा दिया है. हालांकि, उन्होंने राष्ट्रीय महासंघ को लिखित आश्वासन देने का निर्देश दिया कि पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट की प्रदर्शनकारी तिकड़ी के खिलाफ कोई भेदभावपूर्ण कदम नहीं उठाया जाए. भारतीय कुश्ती महासंघ के जरिए निर्धारित समय सीमा के भीतर चुनाव कराने में नाकामयाबी की वजह से पिछले साल अगस्त में यूडब्ल्यूडब्ल्यू के जरिए निलंबन लगाया गया था.
पहलवान राज्य और डब्ल्यूएफआई दोनों स्तरों पर फैसला लेने का अधिकार बृज भूषण के प्रति वफादार व्यक्तियों को दिए जाने को लेकर फिक्रमंद हैं, जिससे उन्हें अपने विरोध को फिर से शुरू करने की धमकी के साथ सोशल मीडिया का सहारा लेना पड़ रहा है. बता दें, करण पहले यूपी कुश्ती के उपाध्यक्ष पद पर थे.
टोक्यो ओलंपिक के ब्रॉन्ज पदक विजेता पुनिया ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो में कहा, "अभी 2-3 दिन पहले, बृज भूषण के बेटे यूपी कुश्ती निकाय के अध्यक्ष बन गए, जबकि उन्होंने कहा था कि उनके परिवार से कोई भी कुश्ती प्रशासन में नहीं आएगा. सरकार ने वादा किया था कि बृज भूषण या उनके रिश्तेदार या सहयोगी खेल का संचालन नहीं करेंगे."
उन्होंने आगे कहा,"मैं सरकार से जल्दी फैसला लेने की गुजारिश करता हूं. भले ही IOA (मंत्रालय) ने WFI को निलंबित कर दिया है, WFI ने पुणे में अपने नागरिकों का आयोजन किया, राज्यों में चुनाव हो रहे हैं... WFI को लगता है कि यह सरकार से बड़ा है. हम पहलवान उन सभी लोगों से बात करेंगे जो हमारा समर्थन करते हैं - किसान समूह, खाप पंचायतें, श्रमिक संघ और महिला संगठन - और अगले दो से तीन दिनों में फैसला लेंगे. मैं सरकार से गुजारिश करता हूं कि हमें फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू करने के लिए मजबूर न करें."
66 साल के बृजभूषण पर छह महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया था. भाजपा नेता 2012 से डब्ल्यूएफआई प्रमुख के पद पर हैं. यौन उत्पीड़न और मानसिक यातना के आरोपों का सामना करने के अलावा, बजरंग पुनिया और रवि दहिया जैसे अहम पहलवानों ने उनके खिलाफ कड़ा विरोध प्रदर्शन किया था.
साक्षी मलिक ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट में कहा कि अगर बृज भूषण के सहयोगियों को डब्ल्यूएफआई चलाने की इजाजत दी गई, तो वह फिर से सड़कों पर उतरेंगी. उन्होंने कहा, ''हमें कल पता चला कि संजय सिंह ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू के साथ कुछ सेटिंग की है और निलंबन हटवा लिया है. मैंने कुश्ती से संन्यास ले लिया है लेकिन, मैं बृजभूषण और उनके लोगों को फेडरेशन चलाने और महिला पहलवानों को परेशान नहीं करने दूंगी. अगले कुछ दिनों में, हम विरोध प्रदर्शन में शामिल सभी लोगों से बात करेंगे और भविष्य की कार्रवाई तय करेंगे. मैं सरकार से अनुरोध करती हूं कि बृज भूषण से जुड़े लोगों को डब्ल्यूएफआई से हटाया जाए और किसी ऐसे व्यक्ति को शीर्ष पर रखा जाए जो स्वच्छ और सक्षम हो.'