Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' जारी है. मुल्क की कई रियासतों से होती हुई इन दिनों यात्रा महाराष्ट्र में है. राहुल गांधी की सदारत में निकाली जा रही इस यात्रा में 17 नवंबर को 93 साल की लीलाबाई चितले भी शामिल हुईं.
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Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' जारी है. मुल्क की कई रियासतों से होती हुई इन दिनों यात्रा महाराष्ट्र में है. राहुल गांधी की सदारत में निकाली जा रही इस यात्रा में 17 नवंबर को 93 साल की लीलाबाई चितले भी शामिल हुईं. लीलाबाई ने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया था. वे गुरुवार को महाराष्ट्र के बालापुर के पास 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल हुईं. इस मौक़े पर राहुल गांधी समेत तमाम लीडरान ने लीलाबाई की तस्वीर शेयर की है. कांग्रेस एमपी राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि 1942 के भारत छोड़ो से 2022 के भारत जोड़ो तक, देश से प्यार करने वाले हर संघर्ष के लिए तैयार रहे हैं. लीलाबाई जी, आपका और आपके परिवार का त्याग अमूल्य है. हम हर क़ीमत पर देश की आज़ादी और संविधान की रक्षा करेंगे.
1942 के भारत छोड़ो से 2022 के भारत जोड़ो तक - देश से प्यार करने वाले हर संघर्ष के लिए तैयार रहे हैं।
लीलाताई जी, आपका और आपके परिवार का त्याग अमूल्य है। हम हर कीमत पर देश की आज़ादी और संविधान की रक्षा करेंगे। pic.twitter.com/YNVmxNawtF
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 17, 2022
संविधान बचा लो: लीलाबाई चितले
वहीं कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश ने लीलाबाई चितले का एक वीडियो पैग़ाम ट्वीट करते हुए कहा कि वह चाहती थीं कि यात्रा संविधान बचाने पर फोकस हो. उन्होंने हमारे साथ एक सुंदर संदेश शेयर किया.वहीं, लीलाबाई ने कहा, "9 अगस्त 1942 को मैं 12 साल की थी. तब महात्मा गांधी ने 'करो या मरो' का नारा दिया था. मैं और मेरे दो दोस्तों को ब्रिटिश सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करने पर कॉलेज के पास से गिरफ़्तार कर लिया गया था. तब मैं 12 साल की थी. इसलिए पुलिस ने मुझे शाम को ही छोड़ दिया. लेकिन मेरे पिता और भाई तक़रीबन साढ़े तीन साल तक जेल में रहे. उन्होंने कहा कि जैसा आज बताया जाता है, वैसे आज़ादी नहीं मिली. उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में समाज और धर्म के सभी वर्गों के लोगों ने हिस्सा लिया. चितले ने कहा ये लोग आज संविधान को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. जिसमें राहुल गांधी के साथ पार्टी के कई सीनियर लीडरान ने हिस्सा लिया. इस यात्रा में राहुल गांधी बेरोज़गारी, महंगाई और कई मुद्दे पर मरकज़ी हुकूमत को निशाना बनाते नज़र आ रहे हैं.
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