अमेठी में कांग्रेस दफ्तर के बाहर गाड़ियों में तोड़फोड़, स्मृति ईरानी और भाजपा पर इल्जाम, पुलिस की जांच जारी
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अमेठी में कांग्रेस दफ्तर के बाहर गाड़ियों में तोड़फोड़, स्मृति ईरानी और भाजपा पर इल्जाम, पुलिस की जांच जारी

Amethi: उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस के दफ्तर के बाहर खड़ी गाड़ियों में कथित तौर पर तोड़फोड़ की गई. कांग्रेस का इल्जाम है कि यह तोड़फोड़ भाजपा ने हार के डर से की. लेकिन भाजपा ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया है.

अमेठी में कांग्रेस दफ्तर के बाहर गाड़ियों में तोड़फोड़, स्मृति ईरानी और भाजपा पर इल्जाम, पुलिस की जांच जारी

Amethi: उत्तर प्रदेश के शहर अमेठी में कांग्रेस कार्यालय के बाहर खड़े कई वाहनों में रविवार रात कथित तौर पर तोड़फोड़ हुई. पुलिस ने कहा कि वह मामले की जांच कर रही है. वहीं कांग्रेस ने इस हमले के लिए भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा, जिसमें कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चोटें भी आईं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कांग्रेस ने यह भी इल्जाम लगाया है कि मामले के दौरान, "स्थानीय लोगों के वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना रहा."

भाजपा डर गई
कांग्रेस ने कथित घटना का एक वीडियो साझा करते हुए हिंदी में पोस्ट किया "यूपी के अमेठी में स्मृति ईरानी और बीजेपी कार्यकर्ता बुरी तरह डरे हुए हैं. मिली हार से बौखलाए बीजेपी के गुंडे लाठी-डंडों से लैस होकर अमेठी में कांग्रेस कार्यालय के बाहर पहुंचे और वहां खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और अमेठी की जनता पर हमला हुआ. इस हमले में कई लोग बुरी तरह घायल हुए हैं. इस घटना से पता चलता है कि भाजपा अमेठी में बुरी तरह हारने जा रही है."

पुलिस पर इल्जाम
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इल्जाम लगाया कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही, जबकि भाजपा कार्यकर्ता अपनी गुंडागर्दी करते रहे. सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिखा "हवा बदल गई है, गाड़ियां तोड़ने से समस्या का समाधान नहीं होगा बीजेपी वालों!" सुप्रिया श्रीनेत की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेठी पुलिस ने कहा, "गौरीगंज थाने पर प्राप्त शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है." हालांकि भाजपा ने अभी तक इस घटना पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.

कांग्रेस से किशोरी लाल
कांग्रेस ने अमेठी से मौजूदा सांसद स्मृति ईरानी के खिलाफ गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है. ऐसी अटकलें थीं कि राहुल गांधी या प्रियंका गांधी को अमेठी सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया जा सकता है, लेकिन जब कांग्रेस ने उम्मीदवार के नाम की घोषणा की तो सब शांत हो गया. सोनिया गांधी ने 2019 का आम चुनाव रायबरेली से लड़ा और भारतीय जनता पार्टी के दिनेश प्रताप सिंह को 1.6 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था.

ईरानी ने राहुल को हराया
अमेठी में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को 55,000 वोटों से हराया, जिससे इस सीट पर गांधी परिवार का दबदबा खत्म हो गया. साल 2014 में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में सिर्फ 2 सीटें (रायबरेली और अमेठी) जीती थीं. पार्टी के अमेठी हारने के बाद 2019 में यह संख्या घटकर सिर्फ एक रह गई. इस बार राज्यसभा में जाने से पहले सोनिया गांधी ने लगातार चार बार रायबरेली से जीत हासिल की.

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