Rwin Towers Demolition: नोएडा के सेक्टर-93 में स्थित सुपरटेक ट्विन टावर्स को आज गिरा दिया जाएगा. दोनों इमारतों को गिराने के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक लगाए गए हैं.
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नई दिल्ली: नोएडा के सेक्टर 93ए में स्थित ट्विन टावर गिराने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. 17 करोड़ खर्च हो रहे हैं इसे गिराने में और इस खर्च को भी बिल्डर ही उठाएगा. महज 9 सेकंड में ये ट्विन टावर जमींदोज हो जाएगा. जिस जगह ये ट्विन टावर बना हुआ है, उस जगह की कीमत मौजूदा समय में 10 हजार रुपए प्रति वर्ग फीट है. मतलब ट्विन टावर की कीमत अभी के हिसाब से 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा है, लेकिन विवाद के चलते अगर ट्विन टावर की वैल्यू की बात करें तो करीब 800 करोड़ ट्विन टावर की कीमत लगाई गई है. इसे बनाने में 250 से 300 करोड़ के बीच खर्च हुआ था.
वहीं, ट्विन टावर ध्वस्तीकरण से पहले नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे दोपहर 2.15 बजे से दोपहर 2.45 बजे तक बंद रहेगा. शहर ड्रोन के लिए नो फ्लाई जोन रहेगा. विस्फोटकों को रखने और उन्हें जोड़ने से संबंधित सभी काम पूरे हो चुके हैं. परियोजना के अधिकारियों ने कहा कि सिर्फ ट्विन टावरों को आपस में जोड़ने और विस्फोट करने वाली 100 मीटर लंबी केबल लगाने का काम बाकी है. क्योंकि यहीं से आज बटन दबाया जाएगा.
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रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा प्राधिकरण की CEO रितु माहेश्वरी ने बताया कि ट्विन टावरों को सुरक्षित तरीके से गिराने के लिए सभी तैयारियां कर ली गई हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ट्विन टावर को गिराने के लिए 3,700 किलोग्राम से ज्यादा विस्फोटकों का उपयोग किया जाएगा.
नेशनल बिल्डिंग कोड को ताक पर रख कर ट्विन टावर का निर्माण हुआ था. रातों रात बिल्डिंग बायलॉज में बदलाव किया गया था. इसीलिए भ्रष्टाचार की गई इमारत इतनी तेजी से इतनी ऊंची खड़ी हो गई. 2014 में हाई कोर्ट ने इसे अवैध घोषित किया था. इसे गिराने के भी आदेश दिए गए थे, लेकिन बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट चला गया.