सालभर वाला इंतज़ार ख़त्म, यूनिवर्सिटी में साल में दो बार ले सकते हैं एडमिशन; UGC ने दी मंजूरी
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सालभर वाला इंतज़ार ख़त्म, यूनिवर्सिटी में साल में दो बार ले सकते हैं एडमिशन; UGC ने दी मंजूरी

नई दिल्ली:  मौजूदा वक्त में यूनिवर्सिटी और कॉलेज हर साल जुलाई-अगस्त में नियमित मोड में छात्रों को एडमिशन देते हैं, इसलिए, भारत में सभी उच्च शिक्षा संस्थान (एचईआई) जुलाई-अगस्त में शुरू होने वाले और मई-जून में समाप्त होने वाले शैक्षणिक सेशन का पालन करते हैं.

सालभर वाला इंतज़ार ख़त्म, यूनिवर्सिटी में साल में दो बार ले सकते हैं एडमिशन; UGC ने दी मंजूरी

नई दिल्ली: भारतीय यूनिवर्सिटी और उच्च शिक्षण संस्थानों को अब विदेशी यूनिवर्सिटी की तर्ज पर एक साल में दो बार दाखिला ले सकेंगे और UGC ने इस संबंध में योजना को मंजूरी दे दी है. यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने यह जानकारी दी. जगदीश कुमार ने बताया कि शिक्षण सत्र 2024-25 से जुलाई-अगस्त और जनवरी-फरवरी में दो बार एडमिशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.

यूजीसी चीफ ने क्या कहा?
उन्होंने न्यूज एजेंसी ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, "अगर भारतीय यूनिवर्सिटी में एक साल में दो बार एडमिशन दे सकें, तो इससे ऐसे स्टूडेंट्स को फायदा होगा, जो बोर्ड एग्जाम के रिजल्ट्स के ऐलान में देरी, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं या व्यक्तिग वजहों से जुलाई-अगस्त सेशन में किसी यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से चूक जाते हैं.’’ 

यूजीसी चीफ ने आगे कहा, ‘‘साल में दो बार विश्वविद्यालयों में एडमिशन से छात्रों को प्रेरणा बनाए रखने में मदद मिलेगी, क्योंकि अगर वे मौजूदा सेशन में एडमिशन से चूक जाते हैं, तो उन्हें एडमिशन पाने के लिए एक पूरा साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा. साल में दो बार एडमिशन के साथ, उद्योग जगत के लोग भी साल में दो बार अपने ‘कैंपस’ चयन की प्रक्रिया संचालित कर सकते हैं, जिससे स्नातकों के लिए रोजगार के अवसर बेहतर होंगे.’’

साल में दो बार एडमिशन देना अनिवार्य नहीं
इसके साथ ही जगदीश कुमार ने साफ कर दिया है कि यूनिवर्सिटियों के लिए साल में दो बार एडमिशन देना अनिवार्य नहीं होगा और जिन उच्च शिक्षण संस्थानों के पास आवश्यक ढांचा और शिक्षक संकाय है, वे इस अवसर का फायदा उठा सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए द्विवार्षिक प्रवेश देना अनिवार्य नहीं होगा, यह वह लचीलापन है जो यूजीसी उन उच्च शिक्षा संस्थानों को प्रदान करता है जो अपने छात्रों की संख्या बढ़ाना चाहते हैं और उभरते क्षेत्रों में नए कार्यक्रम पेश करना चाहते हैं. साल में दो बार स्टूडेंट्स को एडमिशन देने में सक्षम होने के लिए, उच्च शिक्षा संस्थानों को अपने संस्थागत नियमों में उपयुक्त संशोधन करने होंगे.’’ 

मौजूदा वक्त में इस सेशन में मिलता है एडमिशन
मौजूदा वक्त में यूनिवर्सिटी और कॉलेज हर साल जुलाई-अगस्त में नियमित मोड में छात्रों को एडमिशन देते हैं, इसलिए, भारत में सभी उच्च शिक्षा संस्थान (एचईआई) जुलाई-अगस्त में शुरू होने वाले और मई-जून में समाप्त होने वाले शैक्षणिक सेशन का पालन करते हैं. पिछले साल, यूजीसी ने छात्रों को एक शैक्षणिक साल के दौरान जनवरी और जुलाई में दो बार मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) और ऑनलाइन मोड में एडमिशन देने की इजाजत दी थी. 

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