Rampur By Election: गुरुवार की सुबह जब रामपुर उपचुनाव की मतगणना शुरु हुई. तो पहले राउंड में समाजवादी पार्टी के आसिम राजा 1,277 वोट से लीड कर रहे थे, जबकि बीजेपी के आकाश सक्सेना 1,148 वोट से पीछे चल रहे थे. लेकिन 23वें राउंड की मतगणना में ये डिफ्रेंस इतना बढ़ गया कि, आकाश सक्सेना 42,278 वोट से आगे निकल गए , और समाजवादी पार्टी के आसिम राजा 33,707 वोट से पीछे रह गए. जिससे आसिम राजा की हार हुई और बीजेपी के आकाश सक्सेना ने आज़म के गढ़ में कमल खिला दिया.
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Rampur By Election: आज़म ख़ान ने कभी सोचा नहीं होगा कि उनकी परंपरागत सीट पर एक दिन उनके उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ेगा. क्योंकि रामपुर सपा और आज़म खान का गढ़ रहा है. लेकिन गुरुवार को आये नतीजों में बीजेपी के उम्मीदवार आकाश सक्सेना ने आसिम राजा को हराकर रामपुर में भी कमल खिला दिया. सवाल ये है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि रामपुर उपचुनाव की गिनती में आगे चल रहे समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आसिम राजा दोपहर होते होते पिछड़ गए.
सुबह का सूरज चढ़ने लगा, सपा का सूरज डूबने लगा
दरअसल गुरुवार की सुबह जब रामपुर उपचुनाव की मतगणना शुरु हुई. तो पहले राउंड में समाजवादी पार्टी के आसिम राजा 1,277 वोट से लीड कर रहे थे जबकि बीजेपी के आकाश सक्सेना 1,148 वोट से पीछे चल रहे थे.
छठा राउंड आते आते ये मार्जिन तकरीबन डबल का हो गया , क्योकि छठे राउंड में आसिम राजा 10,459 वोट से बढ़त बनाए हुए थे, जबकि आकाश सक्सेना 5,915 वोट से पीछे चल रहे थे. 12वें राउंड की काउंटिंग में आसिम राजा 19,213 वोट से आगे थे, जबकि आकाश सक्सेना 14,476 वोट से अभी भी पीछे चल रहे थे. हालाकिं दोनों उम्मीदवारों के वोटों के बीच का मार्जिन कम होता जा रहा था. जैसे जैसे दिन का सूरज चढ़ता गया वैसे-वैसे आसिम राजा के वोट भी घटते चले गए और आकाश सक्सेना के वोट बढ़ते चले गए.
21 वें राउंड में पलट गयी बाज़ी
लेकिन 21वें राउड की गिनती होते होते बाज़ी पलट गई, जिसमें 21वें राउंड में बीजेपी के आकाश सक्सेना 35,091 वोट से आगे हो गए जबकि समाजवादी पार्टी के आसिम रजा 31,930 वोट से पीछे हो गए. और फिर 23वें राउंड की मतगणना में ये डिफ्रेंस इतना बढ़ गया कि 23वें राउंड में आकाश सक्सेना 42,278 वोट से आगे निकल गए , और समाजवादी पार्टी के आसिम राजा 33,707 वोट से पीछे रह गए.
हार के लिए पुरानी रंजिश भी ज़िम्मेदार !
ऐसा नहीं है कि सिर्फ बीजेपी की वजह से ही आज़म खान के करीबी आसिम राजा को हार का मुंह देखना पड़ा हो, बल्कि कांग्रेस से भी आज़म खान की पुरानी अदावत रही है. दरअसल कांग्रेस के नेता नवाब अली उर्फ नावेद मियां का खानदान भी इस हार के पीछे की वजह माना जा रहा है. क्योंकि जब भी कोई चुनाव होता है तो एक दूसरे को कमजोर और नीचा दिखाने की कवायद शुरू हो जाती है. कभी एक खानदान की सत्ता से नजदीकियां हो जाती है तो कभी दूसरे खानदान की. ऐसे में रामपुर की सियासत में आज़म के किले में धीरे धीरे सेंध लगाने में नावेद मियां का भी हाथ माना जाता है.
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