रायबरेली से राहुल के चुनाव लड़ने पर PM मोदी का रिएक्शन, "डरो मत और भागो मत''
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2232879

रायबरेली से राहुल के चुनाव लड़ने पर PM मोदी का रिएक्शन, "डरो मत और भागो मत''

PM Modi reaction on Rahul Gandhi: लोकसभा सांसद राहुल गांधी अमेठी से इलेक्शन नहीं लड़ेंगे. अब वह अमेठी की बजाय रायबरेली से चुनाव लड़ेगे. वहीं अमेठी से के. एल. शर्मा चुनावी मैदान में हैं. इस बीच पीएम मोदी ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है. 

रायबरेली से राहुल के चुनाव लड़ने पर PM मोदी का रिएक्शन, "डरो मत और भागो मत''

PM Modi reaction on Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व चीफ और लोकसभा सांसद राहुल गांधी अमेठी से इलेक्शन नहीं लड़ेंगे. अब वह अमेठी की बजाय रायबरेली से चुनाव लड़ेगे. वहीं अमेठी से के. एल. शर्मा चुनावी मैदान में हैं. इस बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने पश्चिम बंगाल के बर्धमान एक जनसभा को संबोधित करते राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा,  ''मैं आज इन्हें कहता हूं कि अरे डरो मत और भागो मत.''

पीएम मोदी ने क्या कहा?
उन्होंने आगे कहा, ''अब न किसी ओपनियन पोल की ज़रूरत है न किसी एग्जिट पोल की. रिजल्ट साफ है. मैंने पहले ही कहा था. दो-तीन महीने पहले ही कहा था, इनकी सबसे बड़ी लीडर इलेक्शन लड़ने की हिम्मत नहीं करेंगी और भाग जाएंगी और वो भाग गईं. राजस्थान से राज्यसभा गईं. मैंने पहले ही बता दिया था कि शहजादे वायनाड लोकसभा सीट से हार रहे हैं. हार के डर से जैसी ही वायनाड में वोटिंग खत्म होगी, वो तीसरी सीट खोजने लगेंगे.''

वायनाड से हार रहे हैं शहजादे-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ''सब कह रहे थे कि वो अमेठी लोकसभा आएंगे. अमेठी से भी इतना डर गए कि वहां से भागकर रायबरेली में रास्ता खोज रहे हैं. ये सभी से कहते हैं डरो मत. मैं भी आज इन्हें कहता हूं- अरे डरो मत, भागो मत.'' इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी ने दावा किया है कांग्रेस को इस लोकसभा इलेक्शन में पिछले लोकसभा इलेक्शन से भी कम सीटों पर सिमट जाएगी. 

जयराम रमेश ने किया कटाक्ष
वहीं, राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर कांग्रेस ने भी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश ने कहा, ''रायबरेली सिर्फ़ सोनिया जी की नहीं, ख़ुद इंदिरा गांधी जी की सीट रही है. यह विरासत नहीं ज़िम्मेदारी है, कर्तव्य है. राहुल गांधी राजनीति और शतरंज के मंजे हुए खिलाड़ी हैं और सोच समझ कर दांव चलते हैं. इस फैसले से बीजेपी, उनके समर्थक और चापलूस धराशायी हो गए हैं. बेचारे स्वयंभू चाणक्य जो परंपरागत सीट की बात करते थे, उनको समझ नहीं आ रहा कि अब क्या करें?''

Trending news