बिहार में एक से बढ़कर एक हिल्स स्टेशन, ऐतिहासिक स्थल और धार्मिक स्थल मौजूद है. अगर आप बिहार के हैं या बिहार में किसी ऐसी जगह घूमने की प्लान बना रहे हैं, जहां गर्मी में भी ठंडक महसूस हो.
ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो प्राकृतिक खूबसूरती से भरपूर है. यहां चारों तरफ पहाड़ हैं और पहाड़ों के बीच में एक अद्भुत नजारा है, जो किसी जन्नत से कम नहीं लगता. आइए जानते हैं.
दरअसल, सोमेश्वर पहाड़ी बिहार के चंपारण और नेपाल सीमा के पास स्थित है, जो पश्चिमी चंपारण के रामनगर इलाके में आता है. इसे राज्य का सबसे ऊंचा पर्वत और पर्वतीय पठार माना जाता है. इस हिल स्टेशन की ऊचाई समुंद्र तल से तीन हजार फीट से भी ज्यादा है.
आप एक खूबसूरत घने जंगल से होकर इसके शिखर तक पहुँच सकते हैं, जहाँ से आपको प्रकृति की अनोखी खूबसूरती देखने को मिलेगी. इसके शिखर पर आपको काली माता का मंदिर भी मिलेगा. इस मंदिर में लोगों की अपार आस्था है, जिसके लिए लोग मीलों की चढ़ाई करके वहाँ जाते हैं.
पहाड़ों से बहते झरने और प्राकृतिक नदियाँ गर्मी से राहत प्रदान करती हैं. पर्यटक इन झरनों में नहाने और नदी के किनारे टहलने का आनंद लेते हैं. अगर आप प्राकृति प्रेमी हैं, तो यह आपके लिए जन्नत से कम नहीं है. इसके चारों तरफ नदियां, छोटे-छोटे झरने इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देती है.
कहा जाता है कि सोमेश्वर की पहाड़ियों पर कई शिलालेख मिले हैं. ये शिलालेख सम्राट अशोक के बारे में बताते हैं. वहीं, कई इतिहासकारों का मानना है कि मौर्य काल में मिले शिलालेख ब्राह्मी लिपि में व्यापार के संबंध में लिखे गए हैं. आपको बता दें कि सोमेश्वर की पहाड़ियों में कई ऐसे संकरे रास्ते हैं, जिन्हें मौर्य काल का माना जाता है.
सोमेश्वर हिल्स के आसपास कई अद्भुत और खूबसूरत जगहें हैं जिन्हें आप देख सकते हैं. उदाहरण के लिए, आप लौरिया में नंदनगढ़, चंपारण की सीमा पर वाल्मीकि नगर जंगल और वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट देख सकते हैं.
बिहार में स्थित सोमेश्वर हिल्स तक पहुँचने के लिए आप रेल, सड़क या हवाई मार्ग का सहारा ले सकते हैं. अगर आप ट्रेन से यात्रा करना पसंद करते हैं, तो सोमेश्वर रेलवे स्टेशन यहाँ का सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन है. अगर आप अपने गाड़ी से जाना चाहते हैं, तो आप राजमार्गों और राज्य मार्गों का सहारा ले सकते हैं. अगर आप हवाई यात्रा पसंद करते हैं, तो पटना या गोरखपुर एयरपोर्ट आ सकते हैं, इसके बाद आपको बेतिया आना होगा. यहां से सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है ये हिल स्टेशन...
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