"आतंकवाद का सपोर्ट करने वालों का वोट चाहिए"; उमर अब्दुल्ला के बयान पर भड़के अनुराग ठाकुर
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2421806

"आतंकवाद का सपोर्ट करने वालों का वोट चाहिए"; उमर अब्दुल्ला के बयान पर भड़के अनुराग ठाकुर

Jammu and Kashmir: जम्मू व कश्मीर में जल्ज ही इलेक्शन होने वाले हैं. ऐसे में यहां का सियासी पारा चढ़ा हुआ है. उमर अब्दुल्ला के बयान पर भाजपा नेता ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि अनुराग ठाकुर को आतंकवादियों का वोट चाहिए.

 

"आतंकवाद का सपोर्ट करने वालों का वोट चाहिए";  उमर अब्दुल्ला के बयान पर भड़के अनुराग ठाकुर

Jammu and Kashmir: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सीनियर नेता अनुराग ठाकुर ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि क्या उन्हें आतंकवाद का समर्थन करने वालों का ही वोट चाहिए? यह लोग पत्थरबाजी और नशा करने वालों को खुली छूट देना चाहते हैं, ताकि जम्मू-कश्मीर पूरी तरह बर्बाद हो जाए, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि अफजल गुरु को फांसी नहीं होनी चाहिए थी.

अब्दुल्ला की नहीं बनेगी सरकार
उमर अब्दुल्ला के इसी बयान पर अब अनुराग ठाकुर ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा, "जो कोई भी ऐसे बयान देकर वोट बटोरना चाहते हैं, हम उनके मंसूबे पूरे नहीं होने देंगे. मैं साफ कह देना चाहता हूं कि वो चाहे जितनी मर्जी कोशिश कर लें, न ही उनकी सरकार बनेगी और न ही यह लोग पत्थरबाजों को पनाह दे पाएंगे." 

यह भी पढ़ें: "तीन परिवारों ने मिलकर जम्मू व कश्मीर को लूटा; अब भड़काना चाहते हैं आतंकवाद"

विकास का हिस्सा बनना चाहते हैं
अनुराग ठाकुर ने पीओके पर कहा, "अब वहां के लोग भी भारत के विकास को देखकर हमारा हिस्सा बनना चाहते हैं, जिस तरह से हमारे देश में चौतरफा विकास की बयार बही है, उसे देखते हुए वहां के लोग हमारे देश का हिस्सा बनना चाहते हैं. अब जरूरत है कि वो लोग खुलकर सामने आएं. मैं एक बात स्पष्ट कह देना चाहता हूं कि हम लोग उनका दिल खोलकर खुले हाथों से स्वागत करेंगे. एक अच्छा जीवन जीने का अधिकार पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों को भी है."

ऐसे लोगों को दें फांसी
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी रविवार को जम्मू-कश्मीर के रामबन में उमर अब्दुल्ला के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया दी थी. राजनाथ सिंह ने कहा था, "अब ऐसे लोगों को फांसी नहीं दें, तो क्या माला पहनाएं." उन्होंने आगे कहा था, "पहले जम्मू-कश्मीर के युवाओं के हाथों में पिस्तौल हुआ करते थे, लेकिन अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद यहां के युवाओं के हाथों में किताबें और पढ़ने लिखने के सामान दिख रहे हैं. इससे वहां हो रहे सकारात्मक बदलावों को साफ देखा जा सकता है."

Trending news