लुसाने डायमंड लीग में हिन्दुस्तान का 'हीरा' बने नीरज चोपड़ा, ख़िताब हासिल करने वाले पहले हिन्दुस्तानी बने
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लुसाने डायमंड लीग में हिन्दुस्तान का 'हीरा' बने नीरज चोपड़ा, ख़िताब हासिल करने वाले पहले हिन्दुस्तानी बने

Neeraj Chopra: टोक्यो ओलंपिक में भारत को गोल्ड जिताने वाले नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर कमाल कर दिखाया है. वो लुसाने डायमंड लीग जीतने वाले पहले हिन्दुस्तानी बन गए हैं. 

लुसाने डायमंड लीग में हिन्दुस्तान का 'हीरा' बने नीरज चोपड़ा, ख़िताब हासिल करने वाले पहले हिन्दुस्तानी बने

Neeraj Chopra: हरियाणा के पानीपत के रहने वाले नीरज चोपड़ा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर मुल्क का परचम बुलंद किया है. उन्होंने एक बड़ी कामयाबी अपने नाम की है. टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा 89.08 मीटर के बेहतरीन थ्रो के साथ लुसाने डायमंड लीग जीतने वाले पहले हिन्दुस्तानी बन गए हैं. ओलंपिक चैम्पियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 26 अगस्त को एक बार फिर तारीख़ रक़म कर दी. नीरज डायमंड लीग मीट के लुसाने चरण का खिताब जीतने वाले पहले हिन्दुस्तानी बन गए. नीरज चोपड़ा ने 89.08 मीटर के पहले थ्रो के साथ लुसाने डायमंड लीग में जीत हासिल की है. नीरज चोपड़ा ने इस कामयाबी के साथ ही 7-8 सितंबर को ज्यूरिख में डायमंड लीग के फाइनल में पहुंचने की अपनी राह भी आसान कर ली है.

पहले ही थ्रो में बनाई बढ़त
नीरज चोपड़ा ने पहली ही कोशिश में बढ़त हासिल की और उन्होंने दूसरे अटेम्प में 85.18 मीटर का थ्रो फेंका. उन्होंने तीसरे राउंट में हिस्सा नहीं लिया और चौथा प्रयास फाउल हुआ. नीरज ने फिर पांचवी कोशिश छोड़ा, जबकि छठी और आखिरी कोशिश में उन्होंने 80.04 मीटर का थ्रो किया. नीरज छह में से तीन प्रयास में ही स्कोर कर पाए, लेकिन अपनी पहली कोशिश के बल पर शुरू से आखिर तक नीरज चोपड़ा बढ़त बनाए रहे. नीरज चोपड़ा से पहले, डिस्कस थ्रोअर विकास गौड़ा डायमंड लीग मीटिंग में शीर्ष तीन में रहने वाले इकलौते हिन्दुस्तानी हैं. गौड़ा दो बार 2012 में न्यूयॉर्क में और 2014 में दोहा में दूसरे और 2015 में शंघाई और यूजीन दो मौकों पर तीसरे पायदाद पर रहे थे.

कामनवेल्थ गेम्स में नीरज चोपड़ा ने नहीं लिया था हिस्सा
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन फाइनल के दौरान नीरज चोपड़ा को शदीद चोट लगी थी. जख़्मी होने की वजह से फाइनल में नीरज अपनी जांघ पर पट्टी लपेटते भी नजर आए थे. ग्रोइन इंजरी की वजह से नीरज कॉमनवेल्थ गेम्स में अपनी हिस्सेदारी दर्ज नहीं कर पाए थे. वर्ल्ड एथलेटिक्स इवेंट के बाद नीरज चोपड़ा का MRI स्कैन हुआ था, जिसमें मास पेशियों में खिंचाव की बात सामने आई. जिसके बाद नीरज चोपड़ा को तकरीबन एक महीने तक आराम करने की सलाह दी गई. जिसकी वजह से नीरड चोपड़ा कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में हिस्सा नही ले पाए. जिसके बाद बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में हिन्दुस्तान की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा.

टोक्यो ओलंपिक विनर्स का हुआ था शानदार स्वागत
टोक्यो ओलंपिक 2020 में जैवलिन थ्रो में हिन्दुस्तान को गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा का नाम सबकी ज़ुबा पर था.उन्होने देश की जनता को गर्व महसूस करने का मौक़ा दिया था.टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने बेहतरीन मुज़ाहिरा किया.जेवलिन थ्रों में गोल्ड मेडल जीतकर उन्होने देश की जनता को गर्व महसूस करने का मौक़ा दिया. वतन वापसी के बाद ओलंपिक फातेहीन का पूरे मुल्क में गर्म जोशी के साथ इस्तक़बाल हुआ. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी हिन्दुस्तानी ओलंपिक टीम के खिलाड़ियों से मुलाक़ात की था और उनका हौसला बढ़ाया था.

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