Manu Bhaker mother meets Neeraj Chopra: मनु भाकर के पिता के बाद अब उनकी मां का नीरज चोपड़ा को लेकर बयान आया है. बता दें, मनु की माता ने नीरज चोपड़ा से ओलंपिक क्लोज़िंग सेरेमनी में मुलाकात की थी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था.
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Manu Bhaker mother meets Neeraj Chopra: सोमवार को सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय तब बन गया जब पेरिस ओलंपिक 2024 की एक नहीं, बल्कि दो फुटेज ने नीरज चोपड़ा और मनु भाकर के बीच कनेक्शन की अफवाहों को हवा दे दी. पहली तस्वीर में दोनों मेडलिस्ट पेरिस में भारतीय दल के जरिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बातचीत करते हुए दिखाई दिए, और दूसरे में, भाकर की मां को नीरज से बात करते हुए देखा गया. दोनों वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.
रविवार को पेरिस खेलों के क्लोज़िंग सेरेमनी के बाद भारतीय दल के भारत वापस लौटने पर पीटीआई से बात करते हुए सुमेधा ने कहा कि वह नीरज से मिलकर खुश हैं, जो उनके लिए बेटे जैसा है और उम्मीद है कि उनकी बेटी सहित सभी पदक विजेता देश के लिए और अधिक सम्मान लाएंगे.
मनु भाकर की मां ने कहा,"मैं उसके (मनु भाकर) लिए खुश हूं. मैं खिलाड़ियों के लिए खुश हूं. जब मैं पेरिस गई थी, तो मैंने हॉकी टीम, अमन सेहरावत, नीरज चोपड़ा से मुलाकात की... मैं उन सभी के लिए बहुत खुश थी. मैं बस यही उम्मीद करती हूं कि ये सभी एथलीट पदक जीतते रहें और इस देश की सभी माताएं खुश रहें."
इससे पहले दैनिक भास्कर से बात करते हुए मनु के पिता ने कहा था कि शूटर अभी शादी के बारे में सोचने के लिए बहुत छोटी है, इस तरह से नीरज के साथ संबंध की सभी अफवाहों पर विराम लग गया. उन्होंने कहा, "मनु अभी बहुत छोटी है. उसकी शादी की उम्र भी नहीं है. अभी इस बारे में सोचा भी नहीं है." इसके साथ ही उन्होंने सुमेधा और नीरज के बीच बातचीत पर कहा था कि वह उन्हें बेटे की तरह मानती हैं.
मनु ने पिछले हफ़्ते पेरिस ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल और 10 मीटर एयर पिस्टल मिस्क टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ ब्रॉन्ज़ मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. वह न केवल ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज बनीं, बल्कि उन्होंने खेलों में निशानेबाजी पदक के लिए देश के 12 साल के सूखे को भी खत्म किया. और, पेरिस में अपने दूसरे पदक के साथ, 22 सास की मनु ओलंपिक के एक ही एडिशन में दो पदक जीतने वाली इंडीपेंडेंट भारत की पहली एथलीट बन गईं.
दूसरी ओर, नीरज टोक्यो में गोल्ड मेडल जीतने के बाद पेरिस में मेन्स की भाला फेंक कॉम्पिटिशन में सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक-एंड-फील्ड एथलीट बन गए हैं. वह पीवी सिंधु और सुशील कुमार के बाद लगातार दो ओलंपिक में पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय भी बन गए हैं.