Kota Factory: फोन पर परेशान लग रहा था बेटा, पिता जबतक हॉस्टल पहुंचा हो चुकी थी देर
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Kota Factory: फोन पर परेशान लग रहा था बेटा, पिता जबतक हॉस्टल पहुंचा हो चुकी थी देर

Kota Factory: यह मामला राजस्थान के कोटा शहर का है, जहां नीट की तैयारी करने वाले एक छात्र ने घर पर फोन करने के एक दिन बाद ही अपने हॉस्टल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. 

 

अलामती तस्वीर

कोटाः मेडिकल और इंजीनियरिंग के कोचिंग के लिए देशभर में मशूहर राजस्थान का कोटा शहर अब छात्रों के आत्महत्या के लिए बदनाम होता जा रहा है. यहां हर साल हजारों की संख्या में छात्र परीक्षा के तनाव और निराशा के चलते आत्महत्या कर रहे हैं. एक ताजा मामले में कोटा में राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे 22 वर्षीय उक छात्र ने अपने छात्रावास के कक्ष में कथित रूप से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है. बताया जा रहा है कि उसने आत्महत्या के एक दिन पहले घर पर फोन किया था, तभी घर वालों को लगा कि छात्र काफी परेशान है. इसके बाद उसके घर के लोग सुबह ही कोटा पहुंच गए, लेकिन जब वह छात्रावास पहुंचे तबतक छात्र फांसी लगा चुका था. 

पुलिस ने सोमवार को बताया कि मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के राजरूपपुर गांव निवासी रंजीत सिंह (22) के तौर पर की गई है. घटना कोटा शहर के कुहारी थाना क्षेत्र की है.
पुलिस के मुताबिक, छात्र रंजीत सिंह ने पिछले साल अगस्त में कोटा के एक कोचिंग संस्थान में दाखिला लिया था, तब से वह यहां रहकर पढ़ाई कर रहा था. इलाके के पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) शंकरलाल ने बताया कि सिंह के कमरे से बरामद चार-पांच पन्नों के हाथ से लिखे नोट के मुताबिक, वह काफी परेशान था और अवसाद में घिर चुका था.

शंकरलाल ने कहा कि इतवार को रंजीत सिंह से फोन पर बात करने के दौरान उसके परिवार को उसकी हालत का अंदाजा हो गया था. घर के लोग उससे मिलने के लिए कोटा आ ही रहे थे, लेकिन जब तक वे छात्रावास पहुंचे, रंजीत सिंह ने अपनी जिंदगी खत्म कर ली थी. पोस्टमॉर्टम के बाद शाम को शव पिता को सौंप दिया गया और मामले की आगे की जांच की जा रही है. 

Zee Salaam

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