Punjab Assembly by-election: रासुका (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद कुलवंत सिंह राऊके ने जेल से ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है. कुलवंत के चचेरे भाई महा सिंह ने ये जानकारी दी है.
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Punjab Assembly by-election: रासुका (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद कुलवंत सिंह राऊके ने जेल से ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है. वह पंजाब में विधानसभा उपचुनाव में बरनाला सीट से चुनावी मैदान में होंगे. कुलवंत के चचेरे भाई महा सिंह ने ये जानकारी दी है.
दरअसल, बरनाला विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के गुरमीत सिंह मीत विधायक थे. हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में वह संगरूर लोकसभा सीट से जीतकर संसद पहुंचे हैं. इसके बाद उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से रिजाइन दे दिया. ऐसे में यहां पर अब उपचुनाव होना है.
कुलवंत सिंह के चचेरे भाई ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया के उन्होंने शुक्रवार को कुलवंत सिंह से फोन पर बात की. बातचीत के दौरान उसने जेल में रहते हुए बरनाला उपचुनाव लड़ने के फैसला किया है. हम उसके इस फैसले का पूरा समर्थन करेंगे.
कुलवंत सिंह राऊके का रिश्ता खालिस्तान समर्थक परिवार से है. कुलवत के पिता चरहत सिंह खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले के साथ आंदोलन में एक्टिव था. वहीं, उसके चचेरे भाई महा सिंह ने बताया कि उसके पिता को भी 1987 में NSA के तहत जेल में रखा गया था.
कुलवंत बिजली विभाग में कर चुका है काम
बता दें कि , कुलवंत सिंह पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड यानी राज्य के बिजली विभाग में क्लर्क के पोस्ट पर काम कर चुका है. खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह का साथ देने के इल्जाम में उसे गिरफ्तार किया गया था. तब से वह NSA के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में जेल में कैद है.
कुलवंत के एक और साथी ने चुनाव लड़ने की घोषणा
इसके के अलावा डिब्रूगढ़ जेल में ही बंद भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके ने भी चुनाव लड़ने की घोषणा की है. बाजेके के नाबालिग बेटे ने मुक्तसर जिले की गिद्दड़बाहा असेंबली से अपने पिता के उपचुनाव लड़ने की घोषणा की है.
बताते चलें कि 38 साल के कुलवंत सिंह पंजाब के मोगा जिले के राऊके गांव का रहने वाला है. इसलिए उनके नाम के पीछे राऊके लगा हुआ है. कुलवंत को अमृतपाल सिंह का साथ देने के इल्जाम में घर से कस्टडी में लिया गया था.