केरल की एक कंपनी इजरायल की सरकार से नाराज हो गई है. उसका कहना है कि वह इजरायल-गाजा में जंग रुकने तक कोई ऑर्डर नहीं लेगी.
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केरल इजराइल के पुलिस बल को पिछले कई सालों से वर्दी की आपूर्ति करने का काम करता है. लेकिन अब केरल की इस कंपनी ने फिलिस्तीन के गाजा में छिड़ा संघर्ष बंद न होने तक कोई नया ऑर्डर लेने से मना कर दिया है. केरल के कन्नूर में मौजूद मरियन एपेरल प्राइवेट लिमिटेड ने इजराइल और फलस्तीन के आतंकी समूह हमास के बीच छिड़े संघर्ष में निर्दोष लोगों के मारे जाने की खबरें आने के बाद यह फैसला किया है.
कंपनी नहीं लेगी नए ऑर्डर
यह कंपनी पिछले कई सालों से इजराइली पुलिसबल के लिए वर्दी की आपूर्ति करती रही है. कंपनी के संचालक थॉमस ओलिकल ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में पश्चिम एशिया में संघर्ष छिड़ने के बाद भी कंपनी ने कारोबारी योजना में कोई बदलाव न करने का मन बनाया था. लेकिन गाजा में आम लोगों को निशाना बनाए जाने के बाद उसने नए ऑर्डर लेना बंद करने का फैसला किया है.
इजारायल की कारवाई सख्त
ओलिकल ने एक वीडियो संदेश में इस फैसले का ऐलान करते हुए कहा, "हम साल 2015 से ही इजराइल के पुलिसबल के लिए वर्दियां बनाते आ रहे हैं. हमास के हमले में आम नागरिकों की हत्या को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. इसी तरह इजराइल की बदले की कार्रवाई भी नहीं स्वीकार की जा सकती है." हालांकि मरियन एपेरल के प्रमुख ने कहा कि उनकी कंपनी अंतरराष्ट्रीय प्रावधानों के अनुरूप मौजूदा अनुबंधों का पालन करेगी लेकिन यह जंग खत्म न होने तक वर्दी की आपूर्ति का कोई नया ऑर्डर नहीं लेगी.
क्या है मामला?
7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया. इसके बाद फिलिस्तीन ने गाजा पट्टी पर हमला किया. दोनों तरफ के हमले में 4 हजार आम नागरिक मारे गए है. इसके साथ ही गाजा से 3 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए. गाजा में आम जिंदगी दरहम बरहम है. यहां बिजली और पानी की किल्लत है.