ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को मशहद में किया गया सुपुर्द-ए-खाक, हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई थी मौत
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2260547

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को मशहद में किया गया सुपुर्द-ए-खाक, हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई थी मौत

Iran President Funeral Ceremony: राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन और दूसरे अधिकारियों के जनाजे की नमाज देश के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई की अगुआई में 22 मई को अदा की गई थी. 

ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को मशहद में किया गया सुपुर्द-ए-खाक, हेलिकॉप्टर क्रैश में हुई थी मौत

Iran President Funeral Ceremony: ईरान के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को देश के दूसरे सबसे पाक जगह मशहद में सुपुर्द-ए-खाक किया गया है. इसके साथ ही विदेश मंत्री समेत 9 लोगों को दफनाया गया है. 19 मई को एक हेलिकॉप्टर क्रैश में उनकी मौत हो गई थी. राष्ट्रपति रईसी को मशहद में मौजूद इमाम रजा दरगाह में सुपुर्द-ए-खाक किया गया है. रईसी के दुर्घटना में मारे जाने के बाद ईरान के ज्यादातर हिस्सों में जुलूस निकाले गये थे. दुर्घटना में मुल्क के विदेश मंत्री समेत 6 लोगों की भी मौत हुई थी. 

राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियन और दूसरे अधिकारियों के जनाजे की नमाज देश के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामनेई की अगुआई में 22 मई को अदा की गई थी. इसके बाद रईसी के पार्थिव शरीर के साथ तेहरान में निकाले गए जुलूस में लाखों लोग शामिल हुए थे.

रईसी ने लिए थे कड़े फैसले
हालांकि इनके जनाजे में उतनी भीड़ शामिल नहीं हुई, जितनी साल 2020 में बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद के जनाजे में थी. इसके पीछे रईसी को लेकर लोगों की भावनाएं एक संभावित संकेत हो सकती है. रईसी सरकार ने साल 2022 में महसा अमीनी की मौत को लेकर हुए प्रदर्शनों के दौरान सख्त कार्रवाई की थी, जिसे लेकर लोगों में गुस्सा था. अमीनी को ईरान की महिलाओं के लिए अनिवार्य हिजाब कथित तौर पर नहीं पहनने के लिए हिरासत में लिया गया था.

लाखों लोगों की उमड़ी भीड़
अफगान बॉर्डर से सटे ईरान के दक्षिण खुरासान प्रांत में इब्राहिम रईसी के गृहनगर बिरजंद शहर के मुख्य सड़क पर आज यानी 23 मई की सुबह हजारों की तादाद में लोग काले कपड़े पहने नजर आए हैं. सड़क पर एक वाहन में रईसी ताबूत रखा हुआ था और शोक में डूबे लोग ताबूत को छूने के लिए आगे रहे थे और श्रद्धांजलि दे रहे थे. इब्राहिम रईसी को बाद में इमाम रजा दरगाह में सुपुर्द-ए-खाक किया गया है, जहां शियाओं के आठवें इमाम को सपुर्द-ए-खाक किया गया था. यह क्षेत्र लंबे अरसे से शिया मुसलमानों का धार्मिक स्थल रहा है. 

fallback

Trending news