Iran News: ईरान के रैपर तुमाज सालेही दुबारा हुए गिरफ्तार; हिजाब के विरोध में किया था एक काम
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Iran News: ईरान के रैपर तुमाज सालेही दुबारा हुए गिरफ्तार; हिजाब के विरोध में किया था एक काम

Iran News: ईरान ने हिजाब विरोध के बारे में रैप करने वाले हिप-हॉप कलाकार तुमाज सालेही को वापस जेल भेज दिया है.

Iran News: ईरान के रैपर तुमाज सालेही दुबारा हुए गिरफ्तार; हिजाब के विरोध में किया था एक काम

Iran News: ईरानी समाचार वेबसाइट के मुताबिक- ईरान ने लोकप्रिय रैपर तुमाज सालेही को जमानत पर जेल से रिहा होने के दो हफ्ते से भी कम वक़्त में वापस जेल भेज दिया है. बता दें  कि पहले भी रैपर को हिजाब के विरोध से जुड़े मामलों पर रैप करने के वजह से हिरासत में लिया गया था. तुमाज सालेही को बेबीलोन शहर से हिरासत में लिया गया है.   ईरान की न्यायपालिका से संबद्ध एक ऑनलाइन समाचार आउटलेट, मिज़ानोनलाइन के मुताबिक- अधिकारियों ने तुमाज सालेही को "झूठ फैलाने और जनता की राय का उल्लंघन करने" के एक नए इलज़ाम में गिरफ्तार किया है. इससे पहले रैपर पर झूठ फैलाने और राज्य विरोधी प्रचार के आरोप लगाया था. 

 

18 नवंबर को जेल से रिहा किया गया था
सालेही को पहले के आरोपों पर एक साल से अधिक समय तक हिरासत में बिताने के बाद 18 नवंबर को जेल से रिहा कर दिया गया था. जिनके बारे में उनके समर्थकों का कहना था कि ये आरोप हिप-हॉप कलाकार के संगीत और 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत पर ईरान में हुए विरोध प्रदर्शनों में भागीदारी पर आधारित थे. बहुत ढीला हिजाब पहनने के कारण हिरासत में लिए जाने के बाद देश की नैतिकता पुलिस की हिरासत में अमिनी की मृत्यु हो गई. 

सालेही ने एक वीडियो संदेश में लगाए थे ये इलज़ाम 
इस हफ्ते की शुरुआत में, सालेही ने एक वीडियो संदेश में कहा कि अक्टूबर 2022 में उनकी गिरफ्तारी के बाद उन्हें प्रताड़ित किया गया और एकांत में भी रखा गया था. उन्होंने ये भी कहा कि हिरासत के दौरान उन्हें इंजेक्शन भी दिया जाता था, ताकि वह बेहोश न हो जाए और अधित दर्द सह सकें. राज्य मीडिया ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें उन्हें आंखों पर पट्टी बांधकर और अपने शब्दों के लिए माफी मांगते हुए दिखाया गया था, यह बयान संभवतः दबाव में दिया गया था. 

 

20,000 लोगों को किया था गिरफ्तार 
अदालत ने जुलाई में सालेही को छह साल से अधिक जेल की सजा सुनाई थी. बचाव पक्ष के एक वकील ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले को निचली अदालत में वापस भेजने के बाद रैपर की अपील के परिणामस्वरूप उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था.  विरोध प्रदर्शनों पर तेहरान की कार्रवाई में लगभग 20,000 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जो इस साल की शुरुआत में काफी हद तक ख़त्म हो गए.  उनमें से आठ को कथित तौर पर सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए फंसी दे दी गई. उन्हें गुप्त अदालतों में दोषी ठहराया गया जहां अधिकार समूहों का कहना है कि उन्हें अपनी रक्षा करने के अधिकार से वंचित किया गया था.

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