Tillu Tajpuria Murder Case: टिल्लू ताजपुरिया मर्डर केस में कोर्ट ने जेल प्रशासन को आड़े हाथों लिया है. अदालक ने जेल प्रशासन से कई अहम सवाल किए हैं. पढ़ें पूरी खबर
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Tillu Tajpuria Murder Case: तिहाड जेल में हुए टिल्लू हत्याकांड ने सबको हैरान कर दिया था. इसके बाद तिहाड़ जेल प्रशासन पर कई तरह से सवाल खड़े होने लगे थे. अब दिल्ली हाई कोर्ट ने तिहाड़ जेल प्रशासन ने सवाल किए हैं. कोर्ट ने सवाल किया है कि दुर्दांत गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया हाई सिक्योरिटी वाली कारागार में एक प्रतिद्विंदी गिरोह के हमले में कैसे मारा गया? जबकि सुरक्षाकर्मी इस घटना को लाइव देख रहे थे. इसके साथ ही अदालत ने पूछा कि आपस में बात करने के लिए जेल परिसर में सुरक्षा बलों के पास वॉकी टॉकी क्यों नहीं था.
न्यायमूर्ति जसमीत सिंह ने कहा- मुझे ये बात परेशान कर रही है, इस पूरी घटना को वॉकी-टॉकी पर देखा गया. पुलिस को इतना वक्त कैसे लग सकता है, कि घटना को रोका ना जा सके. इस दौरान उन्होंने वकील से पूछा कि निगरानी क्षेत्र और जेल के बीच कितनी दूरी है.
न्यायधीश ने कहा कि इस मामले ने मेरे न्यायिक अंत:करण को झकझोर के रख दिया है. वकील ने जवाब देते हुए है कि इस मामले ने हर किसी की अंतरआत्मा को झकझोर के रख दिया है. आपको जानकारी के लिए बता दें ताजपुरिया के पिता और भाई के जरिए याचिका दायक की गई थी. इसी मामले को कोर्ट सुन रहा है.
सरकारी वकील ने कहा कि निगरानी क्षेत्र जेल से 600 मीटर की दूरी पर है. उन्होंने कोर्ट को जानकारी दी कि घटना मे शामिल कैदियों को ताजपुरिया हत्या मामले में गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद न्यायधीश ने कहा कि क्या उनके पास वॉकी टॉकी नहीं था? इसका क्या मतलब है, जब भी कोई घटना होगी तो जेल कर्मी 600 मीटर दूर जाएगा. इसके साथ अदालत ने कहा कि अधिकारियों पर कार्रवाई करने के लिए को घटना होने का इंतेजार क्यों करना पड़ता है. कोर्ट ने कहा कि हम घटना होने का इंतेजार क्यों करें.