G20 Summit 2023 in Delhi: भारत पहली बार 9-10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति भी हिस्सा लेंगे और पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
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नई दिल्लीः इस साल जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) का आयोजन भारत में हो रहा है. यह पहला मौका है जब इस सम्मेलन का भारत होस्ट करेगा..दिल्ली 9-10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए पूरी तरह तैयार है. इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने भी हिस्सा लेने के लिए अपनी हामी भर दी है. व्हाइट हाउस ने इस बात की तस्दीक की है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गुरुवार को नई दिल्ली जाएंगे. 8 सितंबर को वह पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.
शनिवार और रविवार को, अमेरिकी राष्ट्रपति जी20 भागीदार स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन और जलवायु परिवर्तन से निपटने सहित वैश्विक मुद्दों से निपटने के लिए कई संयुक्त प्रयासों पर चर्चा करेंगे. वे यूक्रेन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध के आर्थिक और सामाजिक प्रभावों को भी कम करने पर चर्चा करेंगे. वैश्विक चुनौतियों से निपटने सहित गरीबी से बेहतर ढंग से लड़ने के लिए विश्व बैंक सहित बहुपक्षीय विकास बैंकों की क्षमता बढ़ाने पर विश्व नेताओं के साथ चर्चा करेंगे.
गौरतलब है कि जी-20 शिखर सम्मेलन राष्ट्रीय राजधानी में दो दिनों 9-10 सितंबर को प्रगति मैदान के अत्याधुनिक भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर में आयोजित होने वाला है. भारत ने पिछले साल 1 दिसंबर को जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी.
इस साल का शिखर सम्मेलन 18वां जी20 आयोजन है और अध्यक्षता के लिहाज से भारत का पहला आयोजन है. इस साल के जी-20 का विषय “वसुंधैव कुटुंबकम“ या “एक पृथ्वी, एक परिवार’ रखा गया है. ग्रुप ऑफ ट्वेंटी (जी-20) में 19 देश शामिल हैं, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, अमेरिका, यूके और यूरोपीय संघ.
जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली तैयार
जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर, दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में यातायात प्रबंधन के लिए कई प्रतिबंध लगाए हैं. यातायात को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने के लिए, जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान उन्नत यातायात नियंत्रण उपायों और प्रौद्योगिकियों को तैनात किया जा रहा है. भीड़भाड़ को कम करने के लिए स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल, मोबाइल ऐप के माध्यम से ट्रैफिक अपडेट और ट्रैफिक निगरानी प्रणाली का सहारा लिया जा रहा है.