Gujarat Election Result 2022: भगवा लहर के बावजूद, बीजेपी के ये मंत्री और विधायक नहीं बचा पाये अपनी सीट
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Gujarat Election Result 2022: भगवा लहर के बावजूद, बीजेपी के ये मंत्री और विधायक नहीं बचा पाये अपनी सीट

Gujarat Election Result 2022: बीजेपी ने गुजरात असेंबली चुनाव में रिकॉर्ड जीत हासिल की है. जिसके बाद हर जगह जीतने वाले उम्मीदवारों की चर्चा हो रही है. लेकिन कुछ विधायक ऐसे भी है जो इस प्रचंड भगवा आंधी में भी अपनी विधानसभा में कमल नहीं खिला पाये.  

 

Gujarat Election Result 2022: भगवा लहर के बावजूद, बीजेपी के ये मंत्री और विधायक नहीं बचा पाये अपनी सीट

Gujarat Election Result 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आने के बाद बीजेपी गदगद है. जीत का श्रेय पार्टी कार्यकर्ताओं को दिया जा रहा है. बीजेपी दफ्तर के साथ साथ उन सभी विधानसभाओ में जश्न का माहौल है. जहां पर बीजेपी को बंपर जीत हासिल हुई. इस जीत के बाद खुद पीएम मोदी ने गुजरात की जनता और बीजेपी कार्यकर्ताओं का शुक्रिया अदा किया. 156 सीटों पर हुई बीजेपी के उम्मीदवारों की चर्चा सब जगह हो रही है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत के बावजूद राज्य के एक मंत्री समेत पार्टी के सात मौजूदा विधायकों को शिकस्त का सामना करना पड़ा है. 

किस मंत्री को मिली शिकस्त 
दरअसल 7 ऐसे विधायक है, जो अपनी सीट नहीं बचा पाये. उनमें बनासकांठा जिले की कांकरेज सीट से विधायक और प्राथमिक, माध्यमिक एवं प्रौढ़ शिक्षा राज्य मंत्री कीर्तिसिंह वाघेला का नाम सबसे आगे है. जो कांग्रेस की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर के भाई और कांग्रेस के अमृतजी ठाकोर से हार गए. जबकि एक अन्य पूर्व कैबिनेट स्तर के मंत्री बाबू बोखिरिया पोरबंदर सीट पर कांग्रेस के अर्जुन मोधवाडिया से हार गए.

किस विधायक को मिली हार
इसके अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री और पाटन जिले की चानस्मा सीट से मौजूदा विधायक दिलीप ठाकोर, कांग्रेस के दिनेश ठाकोर से करीब 1,300 वोटों के मामूली अंतर से हार गए. उधर विजापुर के विधायक रमन पटेल और खंभात के मौजूदा विधायक महेश रावल भी कांग्रेस उम्मीदवार से हार गए. सबसे चौकानें वाला रिज़ल्ट भावनगर जिले की गरियाधर सीट से आया. जहां छह बार के विधायक केशु नाकरानी आम आदमी पार्टी (आप) के सुधीर वघानी से हार गए.

क्या रहा बाग़ियो की हाल 
वाघोडिया सीट से भाजपा विधायक मधु श्रीवास्तव को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था. लिहाज़ा वो निर्दलीय उम्मीदवार थीं, वह भी हार गईं और तीसरे स्थान पर रहीं. एक अन्य निर्दलीय उम्मीदवार धर्मेंद्र सिंह वाघेला, जो भाजपा के बागी भी हैं, वाघोडिया सीट पर जीत गए, जबकि भाजपा के आधिकारिक उम्मीदवार अश्विन पटेल दूसरे स्थान पर रहे. दरअसल भाजपा ने इस चुनाव में अपने लगभग 40 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया था.

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