Delhi News: "दिल्ली बनेगा खालिस्तान" और "खालिस्तान जिंदाबाद"; दीवारों पर लिखे इस नारे से पुलिस की नींद हराम!
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Delhi News: "दिल्ली बनेगा खालिस्तान" और "खालिस्तान जिंदाबाद"; दीवारों पर लिखे इस नारे से पुलिस की नींद हराम!

Delhi News: दिल्ली के 5 अलग-अलग मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर प्रो-खालिस्तानी स्लोगन्स लिखे गए हैं. आरोपियों को पुलिस ने पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है. इस घटना की जिम्मेदारी पन्नून ने ली है.

Delhi News: "दिल्ली बनेगा खालिस्तान" और "खालिस्तान जिंदाबाद"; दीवारों पर लिखे इस नारे से पुलिस की नींद हराम!

Delhi News: दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को पंजाब से गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन लोगों ने 27 अगस्त को दिल्ली मेट्रो स्टेशन की पांच दीवारों पर खालिस्तानी स्लोगन्स लिखे थे. इस बात की जानकारी पुलिस के जरिए दी गई है. दोनों शख्स को मेट्रो स्टेशन के पास लगे सीसीटीवी कैमरा के जरिए ट्रैक किया गया था. फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

क्या थे प्रो-खालिस्तानी स्लोगन?

8-10 सितंबर को देश की राजधानी दिल्ली में जी20 समिट होनी है. इससे पहले ऐसा मामला आना घटना की संजीदगी को और बढ़ा देता है. इन स्लोग्स में लिखा था,"दिल्ली बनेगा खालिस्तान" और "खालिस्तान जिंदाबाद." रिपोर्ट्स के मुताबिक ये स्लोगन शिवाजी पार्क, मंडीपुर, पश्चिम विहार, उद्योग नगर और महाराजा सूरजमल स्टेडियम मेट्रो स्टेशन की दीवारों पर लिखे मिले थे.

वीडियो हो रहा है वायरल

सोशल मीडिया पर प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नून का वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वह इन घटनाओं की जिम्मेदारी लेता दिख रहा है. पन्नून विदेश में रहता है और भारतीय कानूनी एजेंसियों से लगातार बचता आया है. वीडियो में पन्नून कहता है,"भारत, प्रगति मैदान में जी-20 की लड़ाई आज शुरू हो गई है... सच्चे खालिस्तानियों ने दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर नारे लगाए हैं... और यह सभी जी-20 देशों के लिए एक संदेश है."

जी सलाम इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.

हिंदुस्तान टाइम की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि ये ग्राफिटी 27 अगस्त की सुबह दीवारों पर बनाई गई थी. उस दौरान मेट्रो ट्रेन सेवाएं और स्टेशन बंद थे. ये दिल्ली शहर में जनवरी से अगस्त के बीच दूसरा ऐसा मामला है.

पिछली बार भी आया था ऐसा मामला?

इससे पहले जनवरी के महीने में गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली की 10 अलग-अलग जगहों पर प्रो-खालिस्तानी स्लोगन्स लगाए गए थे. जिनमें "खालिस्तान जिंदाबाद", "एसएफआई", वोट फॉर खालिस्तान" और "रेफरेंडम 2020" शामिल थे.

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