Cyclone Fengal Update: मौसम विभाग ने कई इलाकों में चंक्रवात फेंगल की वजह से भारी बारिश होने की संभावना जताई है. इसके साथ ही कुछ जगहों पर बाढ़ का खतरा भी बना हुआ है.
Trending Photos
Cyclone Fengal Update: भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में तेज़ हो रहे चक्रवात फेंगल से होने वाली भारी बारिश की वजह से पुडुचेरी में शुक्रवार और शनिवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. अगले 48 घंटों में चक्रवात के और मज़बूत होने की संभावना है, जिससे तमिलनाडु के तटीय इलाकों, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश, तेज़ हवाए चल सकती हैं. इसके साथ ही बाढ़ आने का भी खतरा है.
पुडुचेरी के गृह मंत्री ए नमस्सिवयम ने ऐलान किया है कि पुडुचेरी और कराईकल में निजी और सरकारी सहायता प्राप्त संस्थानों सहित सभी स्कूल और कॉलेज बारिश की वजह से शुक्रवार से दो दिनों के लिए बंद रहेंगे.
तमिलनाडु के अधिकारियों ने निचले इलाकों और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से चक्रवाती तूफान 'फेंगल' के आने के कारण सतर्क रहने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की गुजारिश की है. मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव श्रीलंका को घेरते हुए उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ेगा और चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा.
अपने नए मौसम बुलेटिन में, आईएमडी ने 29 और 30 नवंबर को उत्तरी तमिलनाडु में कुछ जगहों पर भारी और कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की है. 29 नवंबर को दक्षिणी आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में भी भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है. 30 नवंबर और 1 दिसंबर को केरल, माहे और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के साथ-साथ तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा और 1 दिसंबर को तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
इससे पहले बुधवार को आईएमडी ने कहा था कि 28 नवंबर की शाम से 29 नवंबर की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में 65-75 किलोमीटर प्रति घंटे की हवा की गति के साथ तूफान कुछ समय के लिए तीव्र हो सकता है, जो 85 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकता है.
तूफानी मौसम के कारण मछुआरों को 31 नवंबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. भारतीय नौसेना ने चक्रवात फेंगल के प्रभाव से निपटने के लिए आपदा प्रतिक्रिया योजना लागू की है. भारतीय तटरक्षक बल ने कुड्डालोर में एक परित्यक्त घाट पर फंसे छह मछुआरों को बचाया, क्योंकि उनकी नावें खराब मौसम के कारण क्षतिग्रस्त हो गई थीं. घाट पर मौजूद चार अन्य श्रमिकों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है.