The Great Khali of Assam: असम के लखीमपुर जिले में रहने वाले 6 फुट 8 इंच का यह शख्स एक वक्त में अकेले खा जाता है, 10 लोगों के परिवार का खाना. अपनी ताकत से करता है गांव के लोगों की मदद.
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लखीमपुरः पंजाब के मशहूर रेसलर ’दी ग्रेट खली’ देश और दुनिया भर में लाखों लागों को आइडल हैं. लोग खली जैसा बनना और दिखना चाहते हैं. खासकर हर लम्बा-चौड़ा कद-काठी वाला शख्स खुद को खली जैसा दिखना चाहता है. ऐसा ही एक शख्स असम के लखीमपुर जिले के जोनाई में रहता है, जिसे देखकर लोग खली-खली कहकर संबोधित करने लगते हैं. जितेन डोल नाम के इस शख्स की लम्बाई 6 फीट 8 इंच है. जितेन डोले अपने आस-पास के इलाके के सबसे लंबे और डील-डौल वाले व्यक्ति हैं.
पंजाब के रेसलर ग्रेट खली से हैं काफी प्रभावित
पेश से सुपारी उत्पादक किसान जितेन डोले अपने इलाके में अलाई के नाम से जाने जाते हैं. कुश्ती और पॉवर लिफ्टिंग उनका शौक है. लोग उन्हें असम के ग्रेट खली के नाम से जानते और पुकारते हैं. 49 वर्षीय अलाई ग्रेट खली से काफी प्रभावित हैं. वह उनके जैसा बनना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक हालात उनके मार्ग में सबसे बड़ी बाधा बनकर खड़ी हो जाती है. अल्लाई की अधिकांश कृषि भूमि ब्रह्मपुत्र नदी की धाराओं में बह गई है. उनके पास अब खेती करने के लिए बहुत सीमित जमीन बच गई है.
अकेले खाते हैं दो किलो चावल का भात
असम के इस खली का आहार भी समान्य लोगों से कई गुणा ज्यादा है. लोग उनके भोजन की मात्रा देखकर अक्सर हैरत में पड़ जाते हैं. दस लोगों का परिवार जितना खाना खाता है, जतिन डोले उतना खाना अकेले खा जाते हैं. उनके आहार में दो किलोग्राम चावल, एक किलो मछली या एक किलो मांस और लगभग 200 ग्राम गर्म मिर्च शामिल होते हैं. अल्लाई को हर वक्त के भोजन में इतने आहार की आवश्यकता होती है. अल्लाई कहते हैं, “जब मुझे भूख लगती है, तो कम से कम इतने खाने की मुझे हर वक्त जरूरत होती है, और मैं अपनी भूख बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं.“
कंधे पर उठा लेते हैं मोटरसाइकिल
असम का यह खली अपनी ताकत का इस्तेमाल लोगों की मदद करने में भी करते हैं. उनके गांव में एक कहावत प्रचलित है कि जब कोई वाहन कीचड़ में फंस जाता है, तो आपको अल्लाई को कॉल करने की आवश्यकता होती है, न कि क्रेन-ऑपरेटर को. वह आसानी से एक मोटरसाइकिल को अपने कंधे पर उठा लेते हैं. वह काम के वक्त सिमेंट की चार बोरियां एक साथ अपने कंधे पर उठाते हैं. अलाई कहते हैं, “मैं बचपन से ऐसा ही रहा हूं. मुझे लोगों की मदद करना हमेशा से अच्छा लगता है.“
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