Arunachal Pradesh news: ईटानगर में हुए बवाल पर क्या है अपडेट? 1 दिन और बंद रहेगा इंटरनेट
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Arunachal Pradesh news: ईटानगर में हुए बवाल पर क्या है अपडेट? 1 दिन और बंद रहेगा इंटरनेट

Arunachal Pradesh news: शुक्रवार को सिक्योरिटी फोर्स और छात्रों के बीच अरुणातचल प्रदेश के ईटानगर में झड़प हुई. जिसके बाद से इंटरनेट सर्विस पूरी तरह से बंद है. क्या है पूरा मामला पढ़ें..

Arunachal Pradesh news: ईटानगर में हुए बवाल पर क्या है अपडेट? 1 दिन और बंद रहेगा इंटरनेट

Arunachal Pradesh news: शुक्रवार को पेपर लीक मामले में छात्रों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई, जिसके बाद इंटरनेट सर्विस को बंद कर दिया गया. ये इंटरनेट सर्विस शुक्रवार सुबह 6 बजे बंद की गई थी जो रविवार शाम 5 बजे तक बंद रहेगी. आपको बता दें अरुणाचल प्रदेश में काफी विवाद हो रहा है. शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन के पेपर लीक के मामले को लेकर लोग प्रोटेस्ट कर रहे थे. इसी दौरान पूर विवाद खड़ा गो गया. लोगों कहा ये भी कहना था कि  APPSC chairman को शपथ ना दिलाई जाए.

सरकार के आदेश में कहा गया है कि डीजीपी के कहने पर बंद के दौरान कानून व्यवस्था को संभालने के लिए कदम उठाया गया था. इस प्रोटेस्ट के दौरान पुलिस के बैरिकेड को तोड़ दिय गया जिसके बाज लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया. ईटानगर में बंद की शुरूआत शुक्रवार 5 बजे हुई और हजारों प्रोटेस्टर सड़कों पर उतर आए. प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि APPSC chairman की  शपथ ग्रहण को रोका जाए.

प्रदर्शन कर रहे लोगों ने देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के पोस्टर्स को भी नष्ट तक दिया, जो 20 फरवकी को अरुणाचलप्रदेश में आने वाली थी. इस झड़प में पुलिस जवानों के साथ आम लोग भी घायल हुए हैं. आईजीपी (एल एंड ओ) चुखू आपा ने कहा, "प्रदर्शनकारियों की राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष और नवनियुक्त सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह को टालने की मांग थी. लेकिन, उन्हें कानून और व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए था."

उन्होंने कहा, "स्थिति को नियंत्रित करने के लिए, सुरक्षाकर्मियों को प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने और लाठी चार्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा. झड़प के दौरान चार सुरक्षा अधिकारी घायल हो गए."

सीएम ने रुकवाया शपथ ग्रहण

स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ गई कि मुख्यमंत्री पेमा खांडू को शपथ ग्रहण वापस लेने के लिए बोलना पड़ा और पीएजेएससी-एपीपीएससी से अपना आंदोलन वापस लेने की भी अपील की. सीएम खांडू ने कहा, 'हम कथित प्रश्नपत्र लीक होने को लेकर चिंतित हैं और एपीपीएससी को पुनर्जीवित करने और फिर से जीवंत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. आयोग के माध्यम से हमारे युवाओं को स्वतंत्र, निष्पक्ष और समान अवसर प्रदान करने के अलावा हमारा कोई इरादा नहीं है."

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