CM योगी के हस्तक्षेप के बाद AMU की रिसर्च स्कॉलर को मिला इंसाफ़; प्रोफ़ेसर पर था ये आरोप
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1925221

CM योगी के हस्तक्षेप के बाद AMU की रिसर्च स्कॉलर को मिला इंसाफ़; प्रोफ़ेसर पर था ये आरोप

AMU News: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एक रिसर्च स्कॉलर के उत्पीड़न के आरोपी को एएमयू जांच कमेटी ने क्लीनचिट दे दी थी. मुख्यमंत्री योगी के हस्तक्षेप के बाद छात्रा को न्याय मिला. पुलिस ने प्रोफेसर को दोषी मानते हुए कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल की.

 

CM योगी के हस्तक्षेप के बाद AMU की रिसर्च स्कॉलर को मिला इंसाफ़; प्रोफ़ेसर पर था ये आरोप

AMU Research Scholar: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रिसर्च स्कॉलर के साथ प्रोफेसर द्वारा छेड़छाड़ के मामले में मुख्यमंत्री योगी के हस्तक्षेप के बाद छात्रा को न्याय मिला. पुलिस ने प्रोफेसर को दोषी मानते हुए कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल की. छात्रा काफी लंबे समय से न्याय की गुहार लगा रही थी. पांच माह पहले छात्रा के साथ छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज करके AMU द्वारा गठित की गई 8 सदस्य कमेटी ने प्रोफेसर को जांच में निर्दोष करार दिया था. छात्रा ने कहा कि जांच कमेटी के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

प्रोफेसर को दोषी करार दिया गया
पीड़ित छात्रा ने जानकारी देते हुए बताया है कि वो पीएचडी की स्टूडेंट है. छात्रा ने बताया कि प्रोफेसर ने मुझे पीएचडी के दौरान काफी परेशान किया, जिसकी शिकायत उसने एएमयू प्रशासन से की. इस मामले में एएमयू प्रशासन ने दो कमेटियां गठित की थीं, लेकिन दोनों ही समितियों ने प्रोफेसर को क्लीन चिट दे दी. जबकि कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल हो चुकी है और इसमें प्रोफेसर को दोषी पाया गया है. छात्रा ने कहा कि वो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की जांच कमेटी के खिलाफ कार्रवाई करना चाहती हैं ताकि गलत जांच करने वालों को सजा दी जा सके. 

सीएम योगी का अदा किया शुक्रिया
पीड़िता ने बताया कि सरकार ने मेरा साथ दिया. मैंने सीएम योगी से अपील की थी कि इस मामले की जांच कराई जाए. सीएम ने लेटर भेजा और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की गई. साथ ही छात्रा ने चार्जशीट कोर्ट में भेज दी है. पीड़ित छात्रा के वकील मनोज कुमार ने जानकारी देते हुए बताया है कि पीड़िता का आरोप था कि उसका यौन उत्पीड़न हो रहा है. उसने एएमयू के एक प्रोफेसर पर आरोप लगाया था. छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने काफी मुश्किल से एफआईआर दर्ज की थी, FIR के बाद जांच भी ठीक से नहीं हो रही थी, इसी मामले को लेकर पीड़िता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिली थी, मुख्यमंत्री से मिलने के बाद पुलिस ने तेजी से जांच की और लड़की के द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं वह सही पाए गए. अब पुलिस ने आरोपी को कसूरवार मानते हुए कोर्ट में चार्ज शीट दाखिल कर दी है.

Watch Live TV

Trending news