राहुल के समर्थन में कांग्रेस का मशाल मार्च, हिरासत के बाद हरीश रावत समेत 96 नेता रिहा
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राहुल के समर्थन में कांग्रेस का मशाल मार्च, हिरासत के बाद हरीश रावत समेत 96 नेता रिहा

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की लोकसभा अध्यक्षता रद्द किए जाने को लेकर कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में मशाल मार्च निकाला. मार्च निकालने के लिए पुलिस ने तकरीबन 96 कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार किया है. 

राहुल के समर्थन में कांग्रेस का मशाल मार्च, हिरासत के बाद हरीश रावत समेत 96 नेता रिहा

Congress Leaders Released: कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में राष्ट्रीय राजधानी में टाउन हॉल की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को मंगलवार शाम को लाल किले के पास से हिरासत में ले लिया गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उन्होंने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है. गांधी की अयोग्यता के खिलाफ कांग्रेस ने मंगलवार को लाल किले से टाउन हॉल तक एक विरोध मार्च निकालने का ऐलान किया. 

एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक मशाल मार्च निकालने के लिए कांग्रेस नेता टीएन प्रतापन, हरीश रावत, जेपी अग्रवाल और शक्ति सिंह गोहली समेत कांग्रेस के 96 नेताओं को हिरासत में लिया गया था. डिप्टी पुलिस कमिश्नर सागर सिंह कालसी ने बताया कि अब इन नेताओं को रिलीज कर दिया गाय है.

सूत्रों ने इससे पहले दिन में बताया था कि कांग्रेस सांसद शाम सात बजे लाल किले से ‘लोकतंत्र बचाओ मशाल शांति मार्च’ में हिस्सा लेंगे. उन्होंने बताया कि मार्च के दौरान सांसद मशाल लेकर चलेंगे. कांग्रेस ने कहा कि वह गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के खिलाफ सड़कों पर उतरेगी और इस मुद्दे पर जनता के बीच जाएगी. 

कांग्रेस के नेताओं को गिरफ्तार किए जाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि "यह लोकतंत्र की हत्या है. हमने मशालें जलाई, जिन्हें पुलिस ने बुझाने का काम किया. हम दिल की मशाल जलाएंगे, हर जुल्म से लड़ेंगे." 

ख्याल रहे कि राहुल गांधी को 2019 के मानहानि मामले में सूरत की एक अदालत द्वारा दो साल की जेल की सजा सुनाए जाने के एक दिन बाद 24 मार्च को लोकसभा सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था.

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