Yemen में निमिषा को क्यों हुई मौत की सज़ा, जानें पूरा मामला और क्या बचने की है कोई उम्मीद?
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Yemen में निमिषा को क्यों हुई मौत की सज़ा, जानें पूरा मामला और क्या बचने की है कोई उम्मीद?

Yemen Nimisha Death sentence: यमन में निमिषा को मौत की सजा हुई है. आखिर उनका अपराध क्या था और क्या उनके पास कोई बचने का कोई ऑप्शन है. आइये जानतेहैं पूरी डिटेल

Yemen में निमिषा को क्यों हुई मौत की सज़ा, जानें पूरा मामला और क्या बचने की है कोई उम्मीद?

Yemen Nimisha Death sentence: विदेश मंत्रालय (एमईए) ने मंगलवार को कहा कि वह यमन में मौत की सजा पाने वाली केरल की नर्स निमिषा प्रिया की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए "हर मुमकिन मदद" करेगा. सोमवार को यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी ने 2017 में एक यमन के शख्स, तलाल अब्दो मेहदी की कथित हत्या के लिए उसकी मौत की सजा की पुष्टि कर दी है.

निमिषा भागने की कोशिश कर रही थी?

निमिषा प्रिया को देश से भागने की कोशिश करते वक्त गिरफ्तार किया गया था और 2020 में मौत की सजा सुनाई गई थी. नवंबर 2023 में यमन की सुप्रीम जुडीशियल काउंसिल ने उनकी अपील को खारिज कर दिया था. भारतीय एमईए के स्पोकपर्स ने कहा कि हम समझ सकते हैं कि उनका परिवार सजा से बचने के लिए ऑप्शन तलाश रहा है, और सरकार इस मामले में हर संभव सहायता प्रदान कर रही है.

क्या कहता है शरिया कानून?

शरिया कानून के मुताबिक, अपराध का शिकार व्यक्ति या उसका परिवार पैसों के मुआवजे के लिए अपराधी को माफ़ करने का विकल्प चुन सकता है. यह अपराध करने वाले शख्स के लिए माफ़ी की तरह है, जिससे उसकी रिहाई हो सकती है. 

क्या बचने का है कोई ऑप्शन

नवंबर 2023 में निमिषा प्रिया की ओर से बातचीत शुरू करने के लिए 40,000 डॉलर का भुगतान किया गया था. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मौत की सज़ा माफ कराने के लिए उसके परिवार को लगभग 400,000 डॉलर और देने होंगे. 2020 में, ‘सेव निमिषा प्रिया इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल’ का गठन किया गया था, और वे वर्तमान में उसकी रिहाई के लिए जरूरी पैसे जुटाने की कोशिश कर रहे हैं.

दिल्ली हाई कोर्ट में प्रिया की मां प्रेमा कुमारी की ओर से पेश हुए सर्वोच्च न्यायालय के वकील सुभाष चंद्रन के.आर. ने कहा,"महदी के परिवार के साथ बातचीत करना, उन्हें ब्लड मनी के बदले में प्रिया को माफ़ करने के लिए मनाना और उसकी रिहाई सुनिश्चित करना अभी भी संभव है. भारत सरकार आदिवासी नेताओं और पीड़ित के परिवार का पता लगाने और उन्हें बातचीत के लिए लाने में मदद कर सकती है."

क्या है निमिषा का क्राइम?

केरल के पलक्कड़ जिले के कोलेनगोडे की रहने वाली निमिशा प्रिया 2008 में यमन चली गईं और 2011 में केरल में टॉमी थॉमस से शादी कर ली. वे अपना खुद का क्लिनिक खोलना चाहती थीं, लेकिन यमनी कानून के मुताबिक ऐसा करने के लिए स्थानीय पार्टनर की जरूरत होती है. तलाल अब्दो महदी, उस क्लिनिक में नियमित रूप से जाते थे, जहां निमिशा प्रिया काम करती थीं और उन्होंने उनसे इस मामले में मदद मांगी, और उन्होंने मदद की.

निमिशा प्रिया किसी तरह यमन लौटने में सफल रहीं, लेकिन 2014 में शुरू हुए गृहयुद्ध के कारण उनके पति और बेटी केरल में ही रह गए. यमन में, महदी ने एक नया क्लिनिक खोला, लेकिन कथित तौर पर निमिषा प्रिया के साथ अपनी कमाई का कोई भी हिस्सा साझा करने से इनकार कर दिया. समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि उसने कथित तौर पर उसे अपनी पत्नी के रूप में पेश करने के लिए जाली दस्तावेज़ भी बनाए और उसका शारीरिक और यौन शोषण भी किया. निमिषा प्रिया ने आखिरकार उसे बेहोश कर दिया और उसे नशीली दवा का ओवरडोज़ दे दिया जिससे उस व्यक्ति की मौत हो गई.

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