या अल्लाह रहम कर! सूखे से निपटने के लिए सऊदी अरब में की जाएगी दुआ, होगी झमाझम बारिश?
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या अल्लाह रहम कर! सूखे से निपटने के लिए सऊदी अरब में की जाएगी दुआ, होगी झमाझम बारिश?

Prayer for rain in Saudi: आमतौर पर किसी भी देश में सूखे की हालात से निपटने के लिए बारिश के लिए दुआ की जाती है. इस बीच सऊदी अरब के किंग सलमान ने देश में सभी मुसलमानों से आज यानी 27 नवंबर को बारिश के लिए दुआ करने की गुजारिश की है.

या अल्लाह रहम कर! सूखे से निपटने के लिए सऊदी अरब में की जाएगी दुआ, होगी झमाझम बारिश?

Prayer for rain in Saudi: सऊदी अरब में इन दिनों बारिश न होने से बेहाल है. देश में बारिश न होने से सूखे की हालात और पानी की काफी कमी हो गई है. इस बीच किंग सलमान ने देश में सभी मुसलमानों से आज यानी 27 नवंबर को बारिश के लिए दुआ करने की गुजारिश की है. उन्होंने कहा कि जो लोग दुआ कर सकते हैं, उन्हें अल्लाह से बारिश के लिए दुआ करनी चाहिए.

MBS ने लोगों से की ये खास अपील
सऊदी प्रेस एजेंसी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि देश में सूखे की हालात है और पानी की काफी कमी है. इसलिए अगर बारिश होती है, तो सभी को राहत मिलेगी और हमें इसके लिए दुआ करनी चाहिए. उन्होंने सऊदी अरब के मुसलमानों से बारिश के लिए होने वाली दुआ में शामिल होने की गुजारिश की. उन्होंने पैगंबर साहब की परंपरा का हवाला देते हुए कहा कि इस दुआ में शामिल होना चाहिए.

पुरानी परंपरा
दरअसल,  Prophet Muhammad (SAW) के जमाने से ही बारिश की दुआ की परंपरा है. आज भी यह परंपरा कायम है. भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, तुर्की समेत सभी देशों में लोग बारिश के लिए नमाज अदा करते हैं और दुआ मांगते हैं. इस्लाम में बारिश के लिए की जाने वाली दुआ को सलात-उल-इस्तस्का कहा जाता है. सुन्नी मुसलमानों में इसकी काफी परंपरा है.

खुली जगह में मांगी जाती है दुआ
आमतौर पर किसी भी देश में सूखे की हालात से निपटने के लिए बारिश के लिए दुआ की जाती है. कहा जाता है कि पैगंबर मोहम्मद ने भी पानी की कमी को देखते हुए कई बार ऐसी दुआ की थी और फिर बारिश हुई थी. तब से बारिश के लिए दुआ करने की मान्यता प्रचलित है. बारिश के लिए नमाज और दुआ सुबह के समय की जाती है और आमतौर पर मस्जिद के बाहर खुली जगह में आयोजित की जाती है.

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