Muslim Women on Iran Hijab Controversy: ईरान की एक यूनिवर्सिटी में छात्रा ने हिजाब के विरोध में अपने सारे कपड़े उतार दिए. जिसके बाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया. इस घटना के बाद ईरान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. पूरा मामला जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
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Muslim Women on Iran Hijab Controversy: ईरान में हिजाब न पहनने वाली महिलाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है, जिसका पूरी दुनिया में विरोध होता है. इसी बीच ईरान ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसमें हिजाब न पहनने वाली महिलाओं का अस्पताल में इलाज किया जाएगा. इतना ही नहीं, सरकार इस योजना को लागू करने के लिए देश भर में मानसिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने का ऐलान किया है. ईरान के इस फैसले का दुनिया भर में विरोध हो रहा है, लेकिन भारत की मुस्लिम महिलाएं ईरान के इस फैसले से काफी खुश हैं. हालांकि, इस फैसे का कुछ महिलाओं ने विरोध भी किया है..
भारतीय मुस्लिम महिलाओं का समर्थन
भारतीय मुस्लिम महिलाओं ने ईरान में हिजाब क्लीनिक खोलने के फैसले का समर्थन किया है. इन महिलाओं का तर्क है कि सरकार को उन महिलाओं पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जो अपने अश्लील वीडियो और गलत हरकतों से समाज को खराब करती हैं, हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए. हिजाब से महिलाएं सुरक्षित रहती हैं.
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ईरान हिजाब क्लीनिक का समर्थन
ईरान हिजाब क्लीनिक को लेकर मुस्लिम महिला ने कहा कि वह ईरान के इस फैसले का स्वागत करती हैं. महिला ने तर्क दिया कि हम नंगा पैदा हुए हैं, लेकिन तन ढकने के लिए कपड़े की जरूरत होती है. इस तरह से देखा जाए तो कपड़ा भी हिजाब ही है. इसलिए हिजाब का विरोध नहीं किया जाना चाहिए. हिजाब की वजह से ही महिलाएं सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि अगर हिजाब से इतनी ही नफरत है तो सिर्फ हिजाब ही क्यों, आपको बिना कपड़ों के रहना चाहिए.
भारतीय मुस्लिम महिलाओं ने ईरान में हिजाब क्लीनिक खोलने के फैसले का समर्थन किया है. इन महिलाओं का तर्क है कि सरकार को उन महिलाओं पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जो अपने अश्लील वीडियो और गलत हरकतों से समाज को खराब करती हैं, हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए. pic.twitter.com/BxzkIkeT64
— तौसीफ आलम (@Tauseefalamzee) November 15, 2024
हिजाब नहीं पहनती, लेकिन नहीं करूंगी विरोध
महिला ने आगे कहा कि मैं हिजाब नहीं पहनती, लेकिन मैं हिजाब का विरोध भी नहीं करती. क्योंकि हमने जो कपड़ा पहना है, वह एक तरह का हिजाब ही है. इसके साथ ही उन्होंने तर्क दिया है कि अगर कोई चीज खुली होती है तो उसमें कीड़े लग जाते हैं. अगर कोई खुली चीज नीचे गिर जाती है तो लोग उसे छूते भी नहीं हैं, लेकिन अगर कोई ढकी हुई चीज होती है तो लोग उसे उठा लेते हैं.
ईरान के समर्थन में मुस्लिम महिला
वहीं एक अन्य महिला ने भी ईरान हिजाब क्लीनिक के समर्थन में बयान दिया और कहा कि हम इस्लाम का पालन करेंगे और हिजाब पहनेंगे. अगर ईरान ऐसा कानून बनाया है तो इसका स्वागत किया जाना चाहिए. क्योंकि अगर कोई महिला मानसिक रूप से बीमार है तो ईरान उसका इलाज करेगा, इससे बेहतर क्या हो सकता है.
ये कानून इस्लाम के है खिलाफ
वहीं ईरान के इस फैसले पर एक मुस्लिम महिला ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि ईरान ने जो फैसला लिया है उसके मुताबिक जो महिलाएं हिजाब नहीं पहनेंगी उन्हें मानसिक रोगी माना जाएगा और उनका इलाज हिजाब क्लीनिक में किया जाएगा. इस कानून का समर्थन नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस्लाम में महिलाओं की क्या स्थिति है, यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है, लेकिन धर्म के नाम पर महिलाओं को हमेशा दबाया जाता रहा है. अब महिलाओं पर जबरन हिजाब या कुछ भी थोपना गलत है. यह सब इस्लाम के खिलाफ है.
हाल में एक छात्रा ने उतारा था हिजाब
हाल ही में ईरान की एक यूनिवर्सिटी में छात्रा ने हिजाब के विरोध में अपने सारे कपड़े उतार दिए. जिसके बाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया. महिला ने इल्जाम लगाया था कि हिजाब उल्लंघन के लिए सुरक्षा गार्डों द्वारा कथित रूप से उत्पीड़न किया था. जिसके बाद महिला ने अपने कपड़े उतारने का फैसला किया. इस घटना के बाद ही ईरान ने ये फैसला लिया है.