Sudan News: सूडान में अप्रैल 2023 से दो प्रतिद्वंद्वी बलों एसएएफ और आरएसएफ के बीच विनाशकारी संघर्ष जारी है. अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) के ताजा हमले में कम से कम 15 नागरिक मारे गए और 20 अन्य जख्मी हो गए. RSF ने इस हमले खतरनाक होवित्जर तोपों का इस्तेमाल किया है.
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Sudan News: पश्चिमी सूडान में अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) द्वारा किए गए हमले में कम से कम 15 नागरिक मारे गए और 20 अन्य जख्मी हो गए. 'सूडानी सशस्त्र बल' (SAF) की छठी इन्फैंट्री डिवीजन ने रविवार को एक बयान में कि RSF मिलिशिया ने उत्तरी दारफुर प्रोविंस की राजधानी अल फशेर के नैवाशा बाजार पर शनिवार शाम को तीन होवित्जर तोपों से हमला किया.डिवीजन ने RSF पर बाजारों और सभा स्थलों पर गोलाबारी करके नागरिकों को बकायदा निशाना बनाने का इल्जाम लगाया. हालांकि, RSF ने अब तक इस हमले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, 10 मई से अल फशेर में SAF और RSF के बीच हिंसक झड़पें चल रही हैं. अप्रैल 2023 से सूडान दो प्रतिद्वंद्वी बलों एसएएफ और आरएसएफ के बीच विनाशकारी संघर्ष जारी है. 'आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डेटा प्रोजेक्ट' के ताजा अपडेट के मुताबिक, इस घातक संघर्ष में अब तक 27,120 से ज्यादा लोगों की मौत को चुकी है.
1.5 करोड़ लोग हुए विस्थापित
इंटरनेशनल माइग्रेशन ऑर्गेनाइजेशन के ताजा अनुमानों के मुताबिक, पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से जारी संघर्ष में सूडान के अंदर या बाहर 1.4 करोड़ से ज्यादा लोगों को विस्थापित हुए हैं. इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने पश्चिमी सूडान के उत्तरी दारफुर राज्य में जमजम शरणार्थी शिविर में सहायता सामग्री काफिले के पहुंचने की घोषणा की थी। यह अगस्त के बाद से पहला सहायता काफिला है जो यहां पहुंचा है।
700 से ज्यादा ट्रक खाने पीने का समान लेकर पहुंचे सूडान
डब्ल्यूएफपी ने एक बयान जारी कर कहा कि शुक्रवार को उत्तरी दारफुर के जमजम कैंप में खाने का पहला काफिला पहुंचा, जबकि अन्य काफिले दूसरे दुर्गम क्षेत्रों की तरफ जा रहे हैं. बयान में कहा गया कि अगस्त में अकाल की पुष्टि होने के बाद से उत्तरी दारफुर के जमजम में कैंप में पहुंचने वाला यह पहला काफिला है.
बयान के मुताबिक, डब्ल्यूएफपी सहायता ले जाने वाले 700 से ज्यादा ट्रक सूडान भर में रवाना हो चुके हैं. WFP ने 14 जगहों को अपने-अपने इलाकों में खाद्य असुरक्षा और अकाल के जोखिम की गंभीरता की वजह से हॉटस्पॉट के रूप में वर्गीकृत किया है.