Iran Attack Israel: ईरान के हमले में इजरायल में भारी तबाही, IRGC ने किया बड़ा दावा
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Iran Attack Israel: ईरान के हमले में इजरायल में भारी तबाही, IRGC ने किया बड़ा दावा

Iran Attack Israel: लेबनान में मौजूद हिजबुल्लाह को ठिकानों को इजरायल ने निशाना बनाया था. इस हमले में हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह की मौत हो गई थी. जिसके बाद ईरान ने इजरायल पर बड़ा हमला किया है.

Iran Attack Israel: ईरान के हमले में इजरायल में भारी तबाही, IRGC ने किया बड़ा दावा

Iran Attack Israel: इजराइल ने पहले हमास और अब हिजबुल्लाह के खिलाफ जंग छेड़ दी है. इसके चलते मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच गया है. इसी बीच ईरान ने 1 अक्टूबर की देर रात इजराइल पर भीषण हमला किया. ईरान ने 181 फतह मिसाइल दागी थी. जिसमें कई इजरायली नागरिक घायल हो गए हैं. हालांकि, इजरायल का कहना है कि सभी मिसाइलों को आयरन डोम ने मार गिराया. वहीं, ईरान ने दावा किया है कि उसके हमले में इजरायल के कई सैन्य ठिकाने तबाह हो गए हैं. 

ईरान ने किया बड़ा दावा
इजरायल पर हमले के बाद ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने एक बयान जारी कर कहा कि 1 अक्तूबर की आधी रात को उन्होंने इजरायल पर जो मिसाइलें दागीं, उनमें से 90 फीसद लक्ष्य पर पहुंच गईं. इजरायल सरकार ईरानी सरकार की खुफिया जानकारी से डरी हुई है. ईरान के हमले में इजरायल के कई सैन्य ठिकाने तबाह हो गए है. हमने इजरायल के सैन्य ठिकाने को निशाना बनाकर हमले किए थे. ईरान ने दावा किया है कि उसके हमले में इजरायल को भारी नुकसान उठाना पड़ा है.

ईरानी राष्ट्रपति का इजरायल को धमकी

ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को चेतावनी दी है, उन्होंने कहा कि ईरान युद्ध नहीं चाहता है, लेकिन अगर इजरायल जवाबी कार्रवाई करता है, तो ईरान शांति के लिए इजरायल पर भीषण हमला करेगा. इजरायल पर यह हमला ईरान के हितों और नागरिकों की रक्षा के लिए थी. नेतन्याहू को बताया जाना चाहिए कि ईरान युद्ध का पक्षधर नहीं है. बल्कि वह किसी भी खतरे निपटने के लिए तैयार है.

ईरानी फौज ने किसको दी चेतावनी
ईरान के सशस्त्र बलों ने ईरान के मिसाइल हमले के जवाब में इजरायल के समर्थन में किसी भी प्रत्यक्ष सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी दी है. सशस्त्र बलों ने कहा कि इजरायल का समर्थन करने वाले देशों द्वारा प्रत्यक्ष हस्तक्षेप की स्थिति में उन्हें इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के सशस्त्र बलों द्वारा एक शक्तिशाली हमले का सामना करना पड़ेगा. यानी ईरान आर-पार के मूड में है. अगर अमेरिका भी ईरान के हमले में हस्तक्षेप करता है, तो वह अमेरिका पर भी हमले करने से नहीं चुकेगा.

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