बांग्लादेश: पहले कराया तख्तापल्ट...., अब शेख हसीना के कट्टर दुश्मन एक साथ आए नजर
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बांग्लादेश: पहले कराया तख्तापल्ट...., अब शेख हसीना के कट्टर दुश्मन एक साथ आए नजर

Bangladesh political Crisis: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में गुरुवार, 21 नवंबर को 'आर्मी डे' एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.  इस खास प्रोग्राम में अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और पूर्व पीएम खालिदा जिया ने भी शिरकत कीं. इस दौरान यूनुस ने अपने खिताब में खालिदा जिया की जमकर तारीफ की.

 

बांग्लादेश:  पहले कराया तख्तापल्ट...., अब शेख हसीना के कट्टर दुश्मन एक साथ आए नजर

Bangladesh political Crisis: बांग्लादेश में पूर्व पीएम शेख हसीना को 15 साल की सत्ता से बेदखल करने के बाद उनके दुश्मन अब एक जुट होने लगे हैं. अवामी लीग के नेता की सबसे बड़ी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी खालिदा जिया और अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस एक साथ नजर आए. बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की नेता व पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा करीब 6 साल किसी सार्वजनिक मंच पर नज़र आईं. इस कार्यक्रम में उनके ठीक बगल में मोहम्मद यूनुस भी बैठे हुए नजर आए.

दरअसल, बांग्लादेश के दोनों नेताओं की ये मौजूदगी 'आर्म्ड फोर्स डे' के मौके पर हुई. आर्मी का यह सालाना कार्यक्रम राजधानी ढाका कैंटोनमेंट के सेनाकुंजा में हुआ था, जिसमें खालिदा जिया भी करीब 12 साल में पहली बार शामिल होने के लिए पहुंची थी. कार्यक्रम के दौरान दोनों नेता मोहम्मद यूनुस और खालिदा जिया मंच पर कुछ बातें भी करते हुए नजर आए. 79 साल  की खालिदा अपनी बहू शर्मिला रहमान और बीएनपी स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर जाहिद हुसैन के साथ मंच  पर पहुंची थीं.

कार्यक्रम में शामिल होने से पहले हुआ भव्य स्वागत
सू्त्रों ने बताया कि जब वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंची तो उनका भव्य स्वागत किया गया. खुद चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ वकार उज्जमां, नेवी चीफ एडमिरल मोहम्मद नजमुल हसन और वायुसेना के एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान उनके स्वागत पहले से खड़े थे.

यूनुस ने खालिदा की तारीफ में गढ़े कसीदे
मुख्य सलाहकार नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में पूर्व पीएम खालिदा जिया की जमकर तारीफ की. उन्होंने संबोधन में खालिदा का जिक्र करते हुए कहा, "हम खास तौर पर भाग्यशाली और गौरवान्वित हैं कि तीन बार की पीएम, फ्रीडम फाइटर और शहीद प्रेसिडेंट जियाउर रहमान की बीवी बेगम खालिदा जिया हमारे बीच मौजूद हैं."

बांग्लादेश में क्यों हुआ था तख्तापल्ट?
बांग्लादेश में इसी साल जून महीने की शुरुआत में  स्टूडेंट्स के द्वारा किए जा रहे रिजर्वेशन विरोधी आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया था.  आंदोलनकारियों ने शेख हसीना से इस्तीफे की मांग करते हुए 5 अगस्त को राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ चुकी थी. लेकिन इस बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देकर देश से फरार हो गई. शेख हसीना के इस्तीफे के बाद आर्मी ने अंतरिम सरकार का गठन किया, जिसकी कमान नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस को दी.

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