आसिफ बशीर को मिला Pakistan का सर्वोच्च सम्मान, फ़रिश्ता बनकर बचाई थी भारतीयों की जान
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आसिफ बशीर को मिला Pakistan का सर्वोच्च सम्मान, फ़रिश्ता बनकर बचाई थी भारतीयों की जान

Pakistan News: सऊदी अरब में हज ऑपरेशन के दौरान तापमान 51.8 डिग्री तक बढ़ गया, जिसकी वजह कई हाजियों को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.इस दौरान पाकिस्तानी अधिकारी ने फ़रिश्ता बनकर सैकड़ों लोगों की जान बचाई थी.

आसिफ बशीर को मिला Pakistan का सर्वोच्च सम्मान, फ़रिश्ता बनकर बचाई थी भारतीयों की जान

Pakistan News: हर साल लाखों मुसलमान हज के लिए सऊदी अरब के मक्का जाचे हैं. पिछले साल भीषण गर्मी की वजह से 1300 हाजियों की मौत हो गई थी. जबकि हजारों की संख्या में लोग बेहोश हो गए थे. इस दौरान एक पाकिस्तानी सरकारी अधिकारी ने फ़रिश्ता बनकर सैकड़ों लोगों की जान बचाई, जिनमें ज्यादातर भारतीय थे. अब इस अधिकारी को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने पाकिस्तान के तीसरे बड़े नागरिक सम्मान से सम्मानित किया है.

इस्लामाबाद में राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक स्पेशल इन्वेस्टिचर सेरेमनी में आसिफ बशीर को सितारा-ए-इम्तियाज आवार्ड से नवाजा गया है. इस सेरेमनी में पाकिस्तानी सांसदों ने भी हिस्सा लिया है.  सेरेमनी में दिए गए स्पीच के मुताबिक, बशीर अभी पेशावर में डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर के रूप में तैनात है. उनको पिछले साल के हज के लिए धार्मिक मामलों के मंत्रालय द्वारा मोआविन-ए-हज (हज सहायक) के रूप में चुना गया था. 

अधिकारी ने किया था ये काम
सेरेमनी में दिए गए स्पीच में आगे बताया गया कि हज ऑपरेशन के दौरान तापमान 51.8 डिग्री तक बढ़ गया, जिसकी वजह कई हाजियों को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. हज के दौरान बशीर मीना में हज सहायक के रूप में सेवा कर रहे थे, जहां भारत समेत मुख्तिलफ देशों के हाजियों के तंबू मौजूद थे. 

सेरेमनी में दिए गए स्पीच में बताया गया कि हज के दूसरे दिन, कई पाकिस्तानी, भारतीय और ब्रिटिश बुजुर्ग हाजी भीषण गर्मी के कारण बेहोश हो गए. संकट के बीच, बशीर और उनकी पांच सदस्यीय टीम घटनास्थल पर पहुंची और प्रभावित हाजियों का उपचार किया, जिनमें से कई भारतीय नागरिक थे. 

भारतीय हाजियों को कंधों पर उठाकर पहुंचाया था अस्पताल
 स्पीच में कहा गया है कि विकट परिस्थितियों के बावजूद, बशीर ने 17 भारतीयों सहित 26 हाजियों को अपने कंधों पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया. उनके त्वरित कार्यों की बदौलत इन व्यक्तियों की जान बच गई. बशीर द्वारा बचाए गए लोगों में भारतीय काउंसिल जनरल जेद्दा के कुछ रिश्तेदार भी शामिल थे.

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