एकमात्र महिला अफगान राजनयिक ने इसलिए दिया इस्तीफा; भारत की तारीफ में कही ये बात
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam2235049

एकमात्र महिला अफगान राजनयिक ने इसलिए दिया इस्तीफा; भारत की तारीफ में कही ये बात

India Afghanistan: भारत में एकमात्र महिला अफगान राजनिय ने भारत में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उनका कहना है कि उन पर और उनके परिवार पर जाती हमले किए गए हैं.

एकमात्र महिला अफगान राजनयिक ने इसलिए दिया इस्तीफा; भारत की तारीफ में कही ये बात

India Afghanistan: दुबई से सोने की तस्करी में शामिल होने की खबरें सामने आने के बाद भारत में एक सीनियर अफगान राजनयिक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कथित तौर पर जकिया वारदाक को पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी से 18.6 करोड़ रुपये मूल्य के 25 किलोग्राम सोने की तस्करी की कोशिश के इल्जाम में मुंबई हवाई अड्डे पर पकड़ा गया था.

मुंबई में किया काम
जकिया वारदाक दो साल से ज्यादा वक्त तक मुंबई में अफगान महावाणिज्यदूत के रूप में काम करने के बाद पिछले साल के अंत से नई दिल्ली में अफगानिस्तान की कार्यवाहक राजदूत थीं.

गिरफ्तार नहीं हुईं
वारदाक ने एक्स पर लिखा कि उनके साथ-साथ उनके परिवार पर भी "कई व्यक्तिगत हमले" किए गए. इसके बाद अफगान राजनयिक के पद पर काम करना उनके लिए मुश्किल हो गया. हालांकि, उन्होंने 25 अप्रैल को राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की तरफ से उनसे सोना जब्त करने की रिपोर्ट के बारे में कुछ नहीं कहा. जकिया वारदाक को उसकी राजनयिक छूट के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया था.

fallbackfallback

साजिश का इल्जाम
उनके बयान में कहा गया है, "ये हमले, जो संगठित प्रतीत होते हैं, ने मेरी भूमिका को प्रभावी ढंग से संचालित करने की मेरी क्षमता को प्रभावित किया. अफगान समाज में उन महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को प्रदर्शित किया है, जो आधुनिकीकरण और सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करती हैं." 

भारत का शु्क्रिया
ज़किया वारदाक ने कहा कि अपने देश की सेवा करना और अच्छे बदलाव लाना उनका जुनून है. उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी भलाई और सामान्य क्षमता में कार्य करने की क्षमता को प्राथमिकता देनी होगी. उन्होंने अपने तीन साल के कार्यकाल के दौरान भारत सरकार और नागरिकों को उनके "गर्मजोशी से स्वागत" और "अटूट समर्थन" के लिए धन्यवाद दिया.

एकमात्र महिला राजनयिक
ख्याल रहे कि तत्कालीन राजदूत फरीद ममुमदज़े की तरफ से संचालित मिशन के बंद होने के ऐलान के बाद जकिया वारदाक ने पिछले नवंबर में नई दिल्ली में अफगान दूतावास का कार्यभार संभाला था. मामुंडज़े यूके चले गए थे. वारदाक को 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान के नियंत्रण हासिल करने से पहले नियुक्त किया गया था और वह कथित तौर पर एकमात्र महिला अफगान राजनयिक थीं.

Trending news