वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद महाराज के पास दुनियाभर से हर जाति और धर्म के लोग आते हैं. इस दौरान उनसे अध्यात्म से जुड़े सवाल पूछते हैं. जिसके बाद वह जवाब देते हैं. एसे ही एक कार्यक्रम में प्रेमानंद महाराज ने नमाजियों की खूब तारीफ की है.
सलमानों पर पांच वक्त का नमाज पढ़ना फर्ज है. इसिलए मुसलमान हर दिन पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं. नमाज़ हर हालत में अनिवार्य है, लेकिन इसमें कई गुंजाइश भी है.
आमतौर पर मुसलमान मस्जिद में ही नमाज अदा करते हैं, लेकिन कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि जुम्मा के दिन मस्जिद में जगह न होने की वजह से बाहर भी लोग नमाज पढ़ते हैं, तो कभी सफर के दौरान जहां जगह मिल जाती है. वहां, वह नमाज अदा करते हैं.
कई बार सोशल मीडिया पर देखा गया है कि मुसलमान, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और सड़क किनारे भी नमाज पढ़ रहे हैं. जिसको लेकर देश में काफी विवाद हो जाता है. हिंदू संगठन इसका भारी विरोध करते हैं.
एक तरफ सार्वजनिक जगह पर नमाज पढ़ने को लेकर हिंदू संगठनों ने काफी बवाल मचा रखा है. वहीं, दूसरी तरफ भारत के सबसे मशहूर धर्मगुरु प्रेमानंद महाराज ने नमाजियों की जमकर तारीफ की है. उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा, "एक मुसलमान सड़क के किनारे नमाज पढ़ रहे थे. हम उनकी नियम और निष्ठा को प्रणाम करते हैं."
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा, "उनकी नामज का वक्त फिक्स होता है. ऐसे में मुसलमान उस वक्त कहीं भी हो, सफर में हों, सड़क पर हों, उसी समय वो नमाज पढ़ने लगते हैं."
उन्होंने कहा, "उनका ये नियम वंदनीय (सराहनीय) है. वो चाहे जिस नाम और रूप में भगवत वंदना करते हों हैं, तो वे हमारे गोविंद ही. क्योंकि भगवान एक ही हैं, उनकी किसी भी रूप में पूजा हो."
दरअसल, प्रेमामनंद महाराज के पास सभी मजहब के लोग अपने सवाल लेकर आते हैं और उनसे अपने सवाल पूछते हैं, जिसके बाद वह जवाब देते हैं. प्रेमामनंद महाराज सभी लोगों को अच्छा व्यवहार, नशे से दूर रहने और माता-पिता की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.
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