Noorpur Mosque पर हिंदू संगठनों की है टेढ़ी नजर, दोबारा प्रशासन को दिया अल्टीमेट
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Noorpur Mosque पर हिंदू संगठनों की है टेढ़ी नजर, दोबारा प्रशासन को दिया अल्टीमेट

Noorpur Mosque Controversy: नूरपुर सिविल अस्पताल के सामने बनी जामा मस्जिद में चल रहे निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों विरोध प्रदर्शन किया है और नगर परिषद को मस्जिद गिराने के लिए ज्ञापन सौंपा है.

Noorpur Mosque पर हिंदू संगठनों की है टेढ़ी नजर, दोबारा प्रशासन को दिया अल्टीमेट

Noorpur Mosque Controversy: हिमाचल प्रदेश में संजौली मस्जिद और मंडी मस्जिद के बाद नूरपुर जमा मस्जिद को लेकर हिंदू संगठनों में मोर्चा खोल रखा है. इस मस्जिद को लेकर कई दिनों से हिंदू संगठन जमकर बवाल काट रहे हैं. इन संगठनों का इल्जाम है कि यह मस्जिद अवैध तरीके से बनाया गया है. कई हिंदू संगठनों ने आज यानी 20 नवंबर को एक बार फिर एकजुट होकर नूरपुर प्रशासन को मस्जिद गिराने के लिए ज्ञापन सौंपा है. इससे पहले भी इन संगठनों ने मस्जिद गिराने का अल्टीमेटम दिया था.

क्या नगर परिषद को दी गई है गलत जानकारी?
वहीं, हाल में ही नूरपुर सिविल अस्पताल के सामने बनी जामा मस्जिद में चल रहे अवैध निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों और मस्जिद में रह रहे मौलाना के बीच हुई बातचीत के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें मस्जिद को अवैध बताते हुए हिंदू संगठन के लोग मस्जिद गिराने की बात कह रहे थे. इस दौरान हिंदू संगठनों ने इल्जाम लगाया कि मस्जिद के मौलाना ने नगर परिषद को गलत जानकारी दी. जिसके बाद नगर परिषद ने मस्जिद बनाने की इजजात दी थी.

हिंदू संगठन ने नगर परिषद को सौंपा ज्ञापन
आज हिंदू संगठन इकट्ठा होकर नगर परिषद कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने  नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की. ज्ञापन देने के बाद अंकुश नाम के एक शख्स ने बताया कि उन्होंने जामा मस्जिद में चल रहे अवैध निर्माण को लेकर उचित कार्रवाई की मांग को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है. चूंकि यह मामला नगर परिषद से जुड़ा है, इसलिए आज हमने नगर परिषद अधिकारी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है.

जल्द की जाएगी कार्रवाई- नगर परिषद अधिकारी
वहीं, इस मामले को लेकर नगर परिषद की कार्यकारी अधिकारी आशा वर्मा ने कहा कि  हिंदू समुदाय ने आज ही उन्हें ज्ञापन दिया है. इस मामले में विभाग से चर्चा कर क्षेत्र का सीमांकन करने के बाद जो भी कानूनी कार्रवाई होगी, वह जल्द ही की जाएगी.

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