Former MP ST Hasan on Yeti Narasimhanand: महंत यति नरसिंहानंद ने हाल ही में पैगंबर मोहम्मद (SAW) पर विवादित टिप्पणी की थी. जिसके बाद देशभर के मुसलमान महंत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस बीच पूर्व सांसद एसटी हसन ने बड़ा बयान दिया है.
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Former MP ST Hasan on Yeti Narasimhanand: गाजियाबाद की डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के हाल में पैगंबर मोहम्मद (SAW) पर विवादित टिप्पणी की थी. जिसके बाद देश भर में सियासी बवाल जारी है. इस बयान को लेकर महंत की हर जगह आलोचना हो रही है. इस बीच मुस्लिम नेता और समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने यति नरसिंहानंद के बयान पर कड़ी नाराजगी जताई है और उनके खिलाफ देशद्रोह की कार्रवाई की मांग की है.
यति नरसिंहानंद पर जमकर बरसे मुस्लिम पूर्व सांसद
डॉ. हसन ने कहा कि इस आदमी को महंत मत कहिए, महंत ऐसे नहीं होते, जो दूसरे मजहब वालों की बेइज्जती करे. यह शख्स पहले भी अपमानजनक बयान दे चुका है और अब भी ऐसा कर रहा है. यह उन शक्तियों के साथ मिलकर काम कर रहा है, जो देश को कमजोर करना चाहती हैं. हर किसी को मालूम है कि मुसलमान अपने ऊपर होने वाले जुल्म को बर्दाश्त कर सकता है, उल्टे सीधे कानून बर्दाश्त कर सकता है, मॉब लिंचिंग को बर्दाश्त कर सकता है, लेकिन अपने पैगंबर की शान में गुस्ताखी बर्दाश्त नहीं की जा सकती.
हिंदुस्तान में आग लगाने की हो रही है कोशिश- पूर्व सांसद
उन्होंने आगे कहा कि यति नरसिंहानंद इस बात को जानते थे, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने ऐसा बयान दिया, ताकि हिंदुस्तान को अस्थिर किया जा सके. एसटी हसन ने सवाल करते हुए कहा कि उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है? उनके ऊपर ऐसी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है कि वह बस मुचलके पर छूट जाएगा, उसे एक दिन भी जेल नहीं जाना पड़ेगा, हमें बेवकूफ बनाया जा रहा है. हमारी मांग है कि इस पर एनएसए और देशद्रोह की धारा लगाई जाए, ताकि आने वाले दिनों में ऐसी हरकत फिर न हो.
पत्थरबाजी की घटनाओं पर क्या बोले एसटी हसन
यति नरसिंहानंद के बयान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी की घटनाओं पर उन्होंने कहा कि विरोध-प्रदर्शन कानून के दायरे में होना चाहिए. हमें पता है कि हमारी कौम के लिए यह बहुत बुरा समय है. कोई ऐसा काम न हो जाए, जिससे बड़ी सजाएं हो जाएं. देखा जाए तो जो उकसाने वाला है, उस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती. सरकार मुसलमानों के प्रति किस तरह का व्यवहार कर रही है, यह सभी को स्पष्ट है.