हाईटेंशन तार से टकराई मोहर्रम की ताजिया, 4 लोगों की मौत, 12 लोग घायल
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1800999

हाईटेंशन तार से टकराई मोहर्रम की ताजिया, 4 लोगों की मौत, 12 लोग घायल

आज पूरे देश में मोहर्रम मनाया जा रहा है. लेकिन झारखंड में मोहर्रम के दिन बड़ा हदसा हो गया है. यहां पर ताजिया हाईटेंशन से टकरा गई जिससे 4 लोगों की मौत हो गई है. 

 

हाईटेंशन तार से टकराई मोहर्रम की ताजिया, 4 लोगों की मौत, 12 लोग घायल

मोहर्रम के दिन लोग जुलूस निकाल कर अंजुमन के साथ मातम करते हुए ताजिया लेकर कर्बला की तरफ जात हैं. लेकिन झारखंड के बोकारो में ताजिया ले जाते हुए हाईटेंशन तार से टकरा गई जिससे ताजिया में करंट उतर गया. इसके बाद करंट लगने से 4 लोगों की मौत हो गई है. हादसे में 12-13 लोग घायल हो गए हैं. घायलो का इलाज बोकारो जेनरल अस्पताल में चल रहा है. 

घटना पेटरवार थाना क्षेत्र अंतर्गत खेतको पंचायत में हुई. जंहा सुबह तजिया जुलूस के रूप में निकाली गई थी. जिस दौरान हाई टेंशन तार से सम्पर्क में आने से कई लोग घायल हो गए. घायलो की संख्या लगभग 12 से 13 बताया जा रही है. 4 लोगो की मौत हो गई है. घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए डीवीसी अस्पताल बोकारो थर्मल भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गम्भीर लोगों को बेहतर इलाज के लिए बोकारो जेनरल अस्पताल रेफर कर दिया गया है. हादसे के शिकार हुए परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. 

घटना की खबर सुनते ही खेतको घटना स्थल पर लोगों की काफी भीड़ जुट गई है. साथ ही डीवीसी अस्पताल में काफी लोगों का जुटान हो चूका है. प्रशासन को भी जानकारी मिलते ही पेटरवार थाना पुलिस तथा बोकारो थर्मल पुलिस प्रशासन पहुंच चुके है. मुखिया साबिर अंसारी ने कहा कि चार लोगों की मौत हो गई है और करीब 12 से 13 लोग घायल हैं. 

उन्होंने कहा कि सुबह-सुबह ताजिया निकाली जा रही थी, इस दौरान ताजिया 11 हजार वोल्ट के हाट टेंशन तार के चपेट में आ गई जिसमें चार की मौत हो गई. उन्होंने बिजली विभाग के लापरवाही बताते हुए कहा कि तार काफी नीचे था जिसके चलती है घटना घटी. वहीं पेटरवार वीडिओ सैलेश चौरसिया ने कहा कि हाइट टेंशन तार की चपेट में आने से 4 की मौत हुई है और कई घायल हैं.

बता दें कि ताजिया बांस या लकड़ी से बनाई जाती है. इसके बाद इस पर चमकीले कागज या पन्नी लगाई जाती है. इसे मोहर्रम के दिन कर्बला ले जाया जाता है इसके बाद इसे वहीं दफ्न किया जाता है. माना जाता है कि ताजिया हजरत इमाम हुसैन की रौजा या मजार है. 

Trending news