संभल हिंसा के खिलाफ छात्रों का विरोध मार्च: पुलिस पर एक्शन की मांग की
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संभल हिंसा के खिलाफ छात्रों का विरोध मार्च: पुलिस पर एक्शन की मांग की

March in AMU: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों ने संभल में हुई हिंसा को लेकर मार्च निकाला. छात्रों ने मांग की कि पुलिस और दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. एएमयू प्रॉक्टर ने कहा कि बच्चों ने शांति सौहार्द की अपील की है.

संभल हिंसा के खिलाफ छात्रों का विरोध मार्च: पुलिस पर एक्शन की मांग की

March in AMU: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में छात्रों के एक समूह ने संभल में हुई हालिया हिंसा के खिलाफ सोमवार को अपना विरोध जताने और देश में सांप्रदायिक नफरत की कथित बढ़ती घटनाओं पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए एक मार्च निकाला. प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को दोपहर बाबे सर सैयद गेट तक मार्च निकाला और भारत के राष्ट्रपति को खिताब करते हुए एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उनसे देश में बढ़ते सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर संज्ञान लेने का आग्रह किया गया. 

एएमयू के छात्रों की मांग
एएमयू के छात्रों ने मांग की है कि जिन परिवारों ने अपने सदस्यों को खो दिया है, उन्हें तुरंत न्यायोचित और उचित अनुग्रह राशि प्रदान की जानी चाहिए. उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को एक अदालती आदेश के तहत शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसके नतीजे में चार लोगों की मौत हो गई और कम से कम 25 लोग घायल हो गए. पुलिस ने हिंसा के लिए 2,750 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें से अधिकांश अज्ञात हैं. 

सांसद के खिलाफ केस दर्ज
जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, उनमें समाजवादी पार्टी के संभल से सांसद जिया उर रहमान बर्क और संभल के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल भी शामिल हैं. संभल के जिला प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी लोगों के शहर में प्रवेश पर रोक लगा दी है. मामले की जांच तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने शुरू कर दी है. संभल हिंसा के विरोध स्वरूप मार्च निकालने वाले छात्रों ने अपने ज्ञापन में राष्ट्रपति से मामले में हस्तक्षेप करने और देश में सांप्रदायिक शांति और सौहार्द्र बनाए रखने के लिए कड़े निवारक कदम उठाने का आग्रह किया है. 

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पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग
ज्ञापन में राष्ट्रपति से उच्च स्तरीय जांच का आदेश देने और फिर दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों और पुलिस सहित उन लोगों के खिलाफ 'कड़ी' दंडात्मक कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है, जिन्होंने स्थिति को इतना गंभीर मोड़ लेने दिया. ज्ञापन में कहा गया है कि अगर देश की एकता और अखंडता को बनाए रखना है तो सरकार को "देश में कानून प्रवर्तन सेवाओं में व्यवस्थित सुधार" के लिए तत्काल सुधारात्मक कदम उठाने होंगे.

क्या बोले प्रॉक्टर
संपर्क करने पर एएमयू प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि छात्रों ने देश में "शांति और सौहार्द" की अपील करते हुए संभल की घटना पर अपनी चिंताओं को उजागर करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि आज का मार्च शांतिपूर्ण था और विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छात्रों को आश्वासन दिया कि उनकी भावनाओं को संबंधित अधिकारियों द्वारा व्यक्त और संबोधित किया जाएगा.

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