उन्होंने कहा कार्ली मिर्च गर्म होती है. इससे नाक से खून आने का खतरा रहता है. (Disclaimer: इस लेखक में बताए गए टिप्स आपकी जानकारी के लिए है. (Zee Punjab Himachal) इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Zee News Desk
Jan 11, 2025

उन्होंने सलाह देते हुए कहा, काली मिर्च की तासीर गर्म होती है. इसका ज्यादा सेवन नुकसान भी दे सकता है. दो या तीन काली मिर्च से ज्यादा का सेवन नहीं करना चाहिए.

काली मिर्च में 'पिपेरिन' नामक एक एंजाइम होता है, जो सूजन रोधी है. यह माइग्रेन के दर्द से राहत दिलाने में सहायक होता है.

डॉक्टर ने काली मिर्च को लेकर कहा, माइग्रेन से राहत पाने के लिए मरीज को दो या तीन काली मिर्च को मुंह में रखकर चबाना चाहिए. इससे वे बेहतर महसूस करेंगे.

आयुर्वेद में काली मिर्च को बहुत फायदेमंद माना गया है. यह जुकाम-खांसी, वायरल, फेफड़े संबंधित समस्याओं के साथ ही माइग्रेन के लिए भी रामबाण मानी जाती है.

माइग्रेन के दर्द से राहत पाने का उपाय रसोई में रखी काली मिर्च भी है.

उन्होंने बताया, माइग्रेन के दर्द की सबसे बड़ी बात यह है कि यह जब शुरू हो जाता है तो इसे कंट्रोल करना मुश्किल होता है. ऐसे में जब लोग राहत पाने के लिए दर्द से पहले होने वाले तनाव में ही दवा का सेवन कर लेते हैं तो मरीज को राहत मिल जाती है.

उन्होंने बताया, माइग्रेन केवल सिर में ही नहीं, बल्कि पूरे शरीर में होने वाला तेज दर्द है. जब पूरे शरीर की नसें तन जाती हैं और फिर सिकुड़ जाती हैं तो इससे माइग्रेन का दर्द होता है. सिर में एक तरफ से शुरू होकर यह गर्दन, कंधे और पीठ के साथ हाथ में भी हो सकता है.

पंजाब स्थित बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के बीएएमएस, एमडी डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी ने माइग्रेन दर्द की वजह बताई और ये भी बताया कि काली मिर्च का सेवन कैसे किया जाना चाहिए?

ऐसे में उनके लिए काली मिर्च खाना फायदेमंद हो सकता है. माइग्रेन का दर्द शारीरिक गतिविधियों, तेज रोशनी या तेज आवाज से भी बढ़ जाता है.

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