हिमाचल प्रदेश में गहराया पेट्रोल-डीजल का संकट, क्या है इसका कारण?
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हिमाचल प्रदेश में गहराया पेट्रोल-डीजल का संकट, क्या है इसका कारण?

तेल कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह 11 बजे से पहले अपनी रिपोर्ट खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के साथ साझा करें. इसके अलावा विभाग के फील्ड पर कार्य कर रहे अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह स्थिति का जायजा लें. प्राथमिकता यह रहेगी कि जिस क्षेत्र में 1 या 2 पेट्रोल पंप हैं जैसे काजा और लाहौल स्पीति का क्षेत्र ऐसे स्थानों पर जाकर तेल की आपूर्ति खत्म न होने दें.

हिमाचल प्रदेश में गहराया पेट्रोल-डीजल का संकट, क्या है इसका कारण?

समीक्षा कुमारी/हिमाचल: देशभर में पेट्रोल-डीजल के दाम ने लोगों की कमर तोड कर रख दी है. ऐसे में अब हिमाचल प्रदेश में 1 सप्ताह के भीतर पेट्रोल और डीजल पंप में पेट्रोल और डीजल का संकट आ गया है, हालांकि स्थिति को अब नियंत्रित करने का प्रयास किया जा रहा है. फूड सप्लाइ विभाग ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए ऑइल कंपनियों के साथ बीते दिन बैठक भी की.

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तेल कंपनियों के साथ हुई बैठक
डायरेक्टर रविंद्र सिंह ने बताया कि पेट्रोल पंप में ईंधन की कमी आने का मुख्य कारण हिमाचल प्रदेश में चल रहे पर्यटन सीजन के पीक पॉइंट हैं. इसके अलावा सड़कों पर चल रहा मेटलिंग का कार्य है. इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश में वैट कम होने के कारण, बॉर्डर्स एरिया में कंसम्पशन भी बढ़ा है. उन्होंने बताया कि बीते दिन ही तेल कंपनियों के साथ बैठक ली गई है. बैठक में सभी तेल कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे स्थानों की समीक्षा करें जहां एक ही पेट्रोल पंप है और वहां प्राथमिकता पर तेल उपलब्ध करवाएं. साथ ही उन्हें यह भी निर्देश दिए गए कि वे प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति की रिपोर्ट निदेशक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के साथ साझा करें.

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इन पेट्रोल पंप का लिया जाएगा जायजा
रविंद्र ने कहा कि तेल कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह 11 बजे से पहले अपनी रिपोर्ट खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के साथ साझा करें. इसके अलावा विभाग के फील्ड पर कार्य कर रहे अधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वह स्थिति का जायजा लें. प्राथमिकता यह रहेगी कि जिस क्षेत्र में 1 या 2 पेट्रोल पंप हैं जैसे काजा और लाहौल स्पीति का क्षेत्र ऐसे स्थानों पर जाकर तेल की आपूर्ति खत्म न होने दें. 

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क्या कहते हैं अधिकारी?
बता दें, हिमाचल प्रदेश के अधिकतर HP पेट्रोल पंप में सबसे अधिक तेल की कमी आ रही थी. संचालक ने इस बारे में बातचीत करने से इंकार कर दिया, लेकिन शिमला के विकासनगर में HP पेट्रोलियम के संचालक सुरेंद्र सिंह ने कुछ समय पहले बताया था कि कुछ दिनों से पेट्रोल पंप में पेट्रोल की काफी दिक्कत आ रही है. कंपनी की ओर से तीसरे दिन सप्लाई की जा रही है. कंपनी का कहना है कि उन्हें डेढ़ 150 से 200 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है. उन्होंने कहा कि उनके पेट्रोल पंप में नालागढ़ डीपू से सप्लाई आती है. 1 दिन सप्लाई मिलने के बाद अब तीसरे दिन सप्लाई मिलती है. ऐसे में अब पर्यटन सीजन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. हिंदुस्तान पेट्रोलियम की सप्लाई कम आने की वजह से काफी जगह पेट्रोल पंप सूखे पड़े रहे हैं. 

इससे पहले 2013-14 में आई थी ऐसी दिक्कत
उन्होंने बताया कि रोजाना 6000 लीटर पेट्रोल उनके पेट्रोल पंप में बेचा जाता है. ऐसे में कई बार जब पेट्रोल खत्म हो जाता है तो काफी दिक्कत आती है. इस बारे में कंपनी से लगातार बातचीत की जा रही है. उन्होंने कहा कि 15 जून को कंपनी के कई बड़े अधिकारियों के साथ एक बैठक है. पिछले 2 हफ्तों से लगातार पेट्रोल पंप में इस तरह की दिक्कत आ रही हैं पेट्रोल का स्टॉक कम होने की वजह से पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इससे पहले इस तरह की दिक्कत 2013-14 में आई थी जब पेट्रोल की सब्सिडी खत्म कर दी गई थी, लेकिन सप्लाई फिर भी सही ढंग से मिलती थी.

 

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