ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार स्वर्ण पदक कब जीता था? जाने यहां
Advertisement
Article Detail0/zeephh/zeephh2358615

ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार स्वर्ण पदक कब जीता था? जाने यहां

Indian Hockey Team: पूर्व खिलाड़ियों और सेना प्रमुख की प्रेरणादायी बातों से एक अनुभवहीन टीम चैंपियन बनी थी. आइए जानते हैं कि भारत के लिए आखिरी हॉकी ओलंपिक स्वर्ण पदक कैसे और कब जीता गया था.

 

 

ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम ने आखिरी बार स्वर्ण पदक कब जीता था? जाने यहां

Indian Hockey Team Last Gold Medal Win: भारत ने आखिरी बार ओलंपिक स्वर्ण पदक 1980 में मास्को ओलिंपिक के पुरुष वर्ग में जीता था. भारतीय पुरुष टीम ने अब तक कुल आठ स्वर्ण पदक जीते हैं, लेकिन पिछले 44 वर्षों में वे एक बार भी पोडियम पर शीर्ष पर नहीं पहुंच पाए हैं.

2020 टोक्यो ओलंपिक (जो 2021 में आयोजित हुआ) में भारत ने कांस्य पदक जीतकर हॉकी में पदक के लिए अपने 41 साल के लंबे इंतजार को समाप्त कर दिया था.

मास्को ओलंपिक 1980
जहां तक 1980 के मास्को ओलंपिक की बात है, भारतीय टीम पूरे समय अपने खेल में शीर्ष पर रही थी. प्रारंभिक दौर में, वे पांच में से तीन मैचों में जीत के कारण आठ अंक और +33 के गोल अंतर के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर रहे. केवल स्पेन ही नौ अंक और 30 के गोल अंतर के साथ तालिका में उनसे ऊपर रहा.

मास्को में भारत की गौरवशाली यात्रा
भारत ने अपने अभियान की शुरुआत तंजानिया पर 18-0 की शानदार जीत के साथ की. भारत के लिए दविंदर सिंह और वासुदेवन भास्करन ने चार-चार गोल करके शीर्ष प्रदर्शन किया. इसके बाद, उन्होंने पोलैंड के खिलाफ अपना दूसरा मैच 2-2 से बराबर किया. दविंदर ने एक बार फिर गोल किया, लेकिन भारत को जीत नहीं दिला सके.

सुरिंदर सिंह सोढ़ी ने दो गोल किए, जिससे भारत ने स्पेन के खिलाफ 2-2 से बराबरी हासिल की. क्यूबा को 13-0 से हराकर भारत ने अंतिम चार में जगह बनाई. सुरिंदर ने मैच में चार गोल करके अपनी शानदार फॉर्म जारी रखी. भारत ने सेमीफाइनल में मेजबान सोवियत संघ को 4-2 से हराकर अपनी जीत की लय जारी रखी.

सुरिंदर के गोल ने दिलाई जीत 
भारत और स्पेन के बीच स्वर्ण पदक के लिए मुकाबला काफ़ी करीबी होने की उम्मीद थी और ऐसा हुआ भी. सुरिंदर ने तीन गोल किए, जिससे भारत ने डायनामो स्टेडियम के माइनर एरिना में खेले गए फाइनल में स्पेन को 4-3 से हरा दिया था. सुरिंदर इस टूर्नामेंट में भारत के लिए चुने गए खिलाड़ियों में से एक थे. वह 14 गोल के साथ चैंपियनशिप में दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी रहे.

 

Trending news