Ashtami 2024: नवरात्रि के आठवें दिन मनाई जाने वाली दुर्गा अष्टमी, देवी दुर्गा की महिषासुर नामक राक्षस पर विजय का सम्मान करती है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है.
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Navratri 2024: नवरात्रि के आठवें दिन अष्टमी का त्यौहार बहुत महत्व रखता है, खासकर गुजरात, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, दिल्ली और बिहार जैसे राज्यों में. भक्त इस शुभ दिन को उत्साह के साथ मनाते हैं. इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और माँ दुर्गा की पूजा करते हैं. इस दिन किया जाने वाला एक प्रमुख अनुष्ठान कन्या पूजन है, जिसमें छोटी लड़कियों को देवी के अवतार के रूप में सम्मानित किया जाता है. इस साल दुर्गा अष्टमी शुक्रवार, 11 अक्टूबर को मनाई जाएगी. अष्टमी 2024 की तिथियों, शुभ मुहूर्त, महत्व और भोग के बारे में जानने के लिए नीचे पढ़ें.
अष्टमी 2024: तिथि
इस साल दुर्गा अष्टमी शुक्रवार, 11 अक्टूबर को मनाई जाएगी. नवरात्रि उत्सव का यह महत्वपूर्ण दिन पवित्रता और शांति का प्रतिनिधित्व करने वाली महागौरी की पूजा के लिए समर्पित है. यह वह दिन भी है जब संधि पूजा की जाती है, जो अष्टमी और नवमी के बीच संक्रमण का प्रतीक है.
अष्टमी 2024: शुभ मुहूर्त
आश्विन शुक्ल अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर को दोपहर 12:31 बजे से शुरू होकर 11 अक्टूबर को दोपहर 12:06 बजे तक रहेगी , जिससे भक्तगण उस समय को देवी दुर्गा के शुभ उत्सवों और प्रार्थनाओं के लिए समर्पित कर सकेंगे.
अष्टमी 2024: महत्व
नवरात्रि का आठवां दिन, जिसे महाष्टमी के नाम से जाना जाता है, हिंदू संस्कृति में बहुत महत्व रखता है. यह दिन देवी दुर्गा की ऊर्जा और शक्ति के चरम को दर्शाता है, जो भैंस राक्षस महिषासुर पर उनके भयंकर युद्ध और विजय का प्रतीक है. भक्त देवी को उनके योद्धा रूप में सम्मानित करते हैं, जीवन में दुष्ट शक्तियों और बाधाओं से सुरक्षा के लिए उनकी शक्ति, साहस और आशीर्वाद का आह्वान करने के लिए अनुष्ठान और प्रार्थना करते हैं.
कई भक्त उपवास रखते हैं, देवी को फूल, फल और विभिन्न प्रतीकात्मक वस्तुएं चढ़ाते हैं. विशेष पूजा की जाती है, और द्रिक पंचांग के अनुसार, देवी दुर्गा का प्रतिनिधित्व करने वाले नौ छोटे बर्तन स्थापित करने और दुर्गा अष्टमी पर उनकी पूजा करने की प्रथा है.
इसके अतिरिक्त, इस समय संधि पूजा भी की जाती है, जो अष्टमी और नवमी तिथि के बीच शुभ संक्रमण को दर्शाती है, विशेष रूप से अष्टमी के अंतिम 24 मिनट और नवमी के पहले 24 मिनट के दौरान.
(Disclaimer: यह लेख सामान्य मानयताओं पर आधारित है. अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ से संपर्क करें.)