Panchang: शुक्रवार को है पुनर्वसु नक्षत्र और विश्कुंभ योग, जानें क्या है आज का पंचांग
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Panchang: शुक्रवार को है पुनर्वसु नक्षत्र और विश्कुंभ योग, जानें क्या है आज का पंचांग

Aaj ka panchang: हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से एक माह में तीस तिथियां होती हैं, जो दो पक्षों में विभाजित होती हैं. ऐसे में जानें 3 फरवरी शुक्रवार का पंचांग.  

Panchang: शुक्रवार को है पुनर्वसु नक्षत्र और विश्कुंभ योग, जानें क्या है आज का पंचांग

Aaj ka Panchang 3 February 2023: आज 3 फरवरी को दिन शु्क्रवार और माघ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है जो कि रात 11 बजकर 58 मिनट तक रहेगी. इसके बाद चतुर्दशी तिथि लग जाएगी. इसके साथ ही आज पुनर्वसु नक्षत्र और विश्कुंभ योग है. 

आज की तिथि: त्रयोदशी
आज का वार: शुक्रवार
आज का पक्ष: शुक्ल
आज का करण: तैतिल
आज का नक्षत्र: पुनर्वसु
आज का योग: विष्कुंभ

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दुष्ट मुहूर्त- 9:05 से 10:00 तक  रहेगा. 
कुलिक- 8:54 से 9:29 तक रहेगा. 
कंटक- 1:26 से 9:46 तक रहेगा. 
यमघण्ट- 4:20 से 5:07 तक रहेगा. 
राहुकाल- 10:53 से 12:28 तक रहेगा. 
यमगंड- 3:05 से 4:25 तक रहेगा.
गुलिक काल- 8:07 से 9:38 तक रहेगा. 

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क्या होता है पंचांग? 
सरल भाषा में कहा जाए तो पंचांग महीने की तीस तिथियों से और पांच अंगों से मिलकर बनता है, लेकिन इसमें सबसे महत्वपूर्ण होते हैं पांच अंग वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण. वैसे तो कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 दिन होते हैं तो किसी महीने में 30, लेकिन अगर हम हिंदी कैलेंडर की बात करें तो इसके हिसाब हर माह में 30 दिन ही होते हैं, जिन्हें हम तिथि बोलते हैं. 

ये तिथियां दो पक्षों में विभाजित होती हैं. जो कि 15-15 दिन के होते हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से इन तिथियों को प्रतिप्रदा, द्वितीय, तृतीय, चतुर्थी, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रियोदशी और एक पक्ष की आखिरी तिथि को अमावस्या और दूसरे पक्ष की अंतिम तिथि को पूर्णिमा कहा जाता है. पंचांग इन्हीं सब के आधार पर पंचांग बनता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.)

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