लंपी वायरस को लेकर अनिन्दर सिंह नॉटी ने दी प्रदेश सरकार को प्रदर्शन करने की चेतावनी
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लंपी वायरस को लेकर अनिन्दर सिंह नॉटी ने दी प्रदेश सरकार को प्रदर्शन करने की चेतावनी


देश में तेजी से बढ़ रहे लंपी वायरस के संक्रमण को देखते हुए आज पांवटा साहिब में आम आदमी पार्टी किसान मोर्चा अध्यक्ष अनिन्दर सिंह नॉटी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और प्रदर्शन करने की चेतावनी दी.

 

लंपी वायरस को लेकर अनिन्दर सिंह नॉटी ने दी प्रदेश सरकार को प्रदर्शन करने की चेतावनी

ज्ञान प्रकाश/पांबटा साहिब: पशुओं में तेजी से फैल रहे लंपी वायरस (Lumpy virus) लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं. आम आदमी पार्टी किसान मोर्चा अध्यक्ष अनिन्दर सिंह नॉटी (Aninder Singh Naughty) ने पांवटा साहिब (Paonta Sahib) में कहा कि सरकार प्रदेश में बेजुबान दुधारू पशुओं की रक्षा करने में नाकाम साबित हो रही है. प्रदेश में न तो संक्रमण की बढ़ती दर रुक रही है और न ही अभी तक टास्क फोर्स (task Force) का गठन हुआ है. इतना ही नहीं नुकसान उठाने वाले पशुपालकों को तय मुआवजा भी नहीं दिया गया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि सरकार समय रहते प्रबंध करे नहीं तो आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरेगी.

प्रदेश सरकार पर लगे गंभीर आरोप
हिमाचल प्रदेश में लंबी रोग संक्रमण तेजी से फैल रहा है. प्रदेश में 32 हजार से अधिक पशु संक्रमित हैं जबकि 800 से अधिक की मौत हो गई है. प्रदेश में रोजाना हजारों पशु संक्रमित हो रहे हैं जबकि सैकड़ों पशुओं की मौत हो रही है. प्रदेश में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी किसान मोर्चा ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि लंपी संक्रमण को लेकर प्रदेश सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है, जिसकी वजह से प्रदेश में दुधारू पशुओं की मौत हो रही है और पशुपालकों को बड़ा नुकसान हो रहा है.

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सरकार ने पूरा नहीं किया कोई वादा 
अनिंदर सिंह नॉटी ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने लंपी वायरस को महामारी घोषित कर दिया और टास्क फोर्स के गठन की भी घोषणा की, लेकिन जमीनी स्तर पर टास्क फोर्स कहीं नजर नहीं आती है. उन्होंने कहा कि अभी तक संक्रमण का कोई इलाज भी नहीं मिल पाया है और न ही संक्रमण को रोकने में कामयाबी हासिल हुई है. जिन पशुओं की मौत हो रही है उनके मालिकों के लिए हर्जाने के तौर पर 30 हजार रुपये देने की घोषणा हुई थी, लेकिन प्रदेश में एक भी ऐसे पशुपालक को अभी तक कोई मुआवजा नहीं दिया गया है.

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